आत्मदाह करने दौड़ा युवक आईजी ने बचाया
रोते हुए सुनाया दर्द, कहा पुलिस सुनवाई नहीं कर रही, अब मरने के अलावा रास्ता नहीं बचा
मेरठ। थाना मेडिकल थाना क्षेत्र के आईजी कार्यालय के बाहर एक व्यक्ति ने आत्मदाह करने केा प्रयास किया। समय रहते आईजी निचकेता झा व उनके स्टॉफ की आत्मदाह करने पर पड गयी। फौरन आईजी वहां पहुंचे और युवक को आत्मदाह से रोका। इसके बाद उसे सरकारी गाड़ी से अस्पताल भेजकर इलाज कराया फिर घर भेजा। इतना ही नहीं उन्होंने सिविल लाइन सीओ ओर पुलिस को बुलाकर मामले की जांच कर पीड़ित की मदद के लिए कहा।
संजय नगर निवासी अनिल कुमार का अपने छोटे भाई से विवाद चल रहा है। अनिल का आरोप है कि भाई और उसका परिवार लगातार उसे उसके परिवार को परेशान करते हैं। इसकी शिकायत वो पहले कई बार सिविल लाइन पुलिस को दे चुका है। लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। अनिल ने आरोप लगाया कि थाने से उसे फटकार कर भगा दिया जाता है। जबकि भाई उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है।इसी से परेशान होकर शनिवार रात 9 बजे करीब अनिल आईजी मेरठ नचिकेता झा के आवास के बाहर पहुंचा। वहां खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डाल लिया और पी भी लिया। जैसे ही अनिल खुद को आग लगाने लगा तभी आईजी और स्टाफ ने देख लिया।
आईजी नचिकेता झा ने जैसे ही युवक को खुद पर तेल उड़ेलते देखा तो फौरन स्वयं और अपने स्टाफ की हेल्प से उसे पकड़ा और बचाया। इसके बाद आईजी ने युवक की पूरी बात सुनी। युवक ने कहा कि वो अपने भाई से दुखी है। कई बार सिविल लाइन थाना पुलिस से मदद मांग चुका है लेकिन पुलिस हेल्प नहीं कर रही। अब उसके पास सुसाइड के अलावा दूसरा रास्ता नहीं बचा। युवक की बात सुनकर आईजी ने फौरन सीओ सिविल लाइन और थाना पुलिस को तलब किया। काफी नाराजगी जताते हुए पीड़ित की मदद करने का निर्देश दिया। पीड़ित को स्वयं अस्पताल भेजकर इलाज कराया। इसके बाद उसे घर भी छुड़वाया।
पीड़ित अनिल ने बताया कि उसके पास मरने के अलावा रास्ता नहीं बचा था। लेकिन आईजी ने खुद उसकी हेल्प की उसे बचाया और इलाज भी कराया। आश्वासन दिया है कि उसकी शिकायत पर सुनवाई होगी।
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