समार्ट फोन पाकर छात्रों के खिले चेहरे
विवि के बीएएलएलबी पाठयक्रय के अंतिम वर्ष के छात्रों को स्मार्ट फोन वितरित किए गये
मेरठ। विधि अध्ययन संस्थान चौ चरण सिंह विवि परिसर मेरठ में बुधवार को बीएएलएलबी पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा डिजी शक्ति योजना के अन्तर्गत स्मार्ट फोन वितरित किये गये तथा सत्र 2023-24 के बीएएलएलबी, एलएलबी (तीन वर्षीय) एवं एलएलएम के छात्र-छात्राओं के लिये ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन भी किया गया।
कार्यकम का उद्घाटन डा सोमेन्द्र तोमर , राज्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार, प्रो भूपेन्द्र सिंह छात्र कल्याण अधिष्ठाता, प्रो बीर पाल सिंह, कुलानुशासक प्रो दिनेश कुमार, चीफ वार्डन एवं डॉ0 विवेक कुमार, समन्वयक, विधि अध्ययन संस्थान चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर मेरठ ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा सोमेन्द्र तोमर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शिक्षा में तकनीक की महत्ता को ध्यान में रखते हुये प्रत्येक छात्र को तकनीकी उपकरणों का वितरण कर रही है। जिससे विद्यार्थियों का समग्र विकास हो सके। मंत्री द्वारा विभाग की उपब्धियों पर प्रश्नता जाहिर करते हुये कहा कि विभाग के अनेकों छात्र-छात्रायें न्यायिक सेवा तथा आज के वर्तमान समय में विधि विषय का क्षेत्र निरन्तर बढ़ता जा रहा है तथा सरकारी विभागों में विधि के विशेषज्ञों की आवश्यकता बनी हुई है। विभाग के समस्त शिक्षकों तथा समन्वयक महोदय का समन्वय अत्यन्त प्रशसंनीय है।
इस अवसर पर प्रो बीरपाल सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि विधि के छात्रों का यह दायित्व है कि वह विधि के क्षेत्र में प्रतिदिन हो रहे विकास से भली भांति अवगत रहे तथा उसका पूर्ण लाभ समाज को दें। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपब्धियों को बताते हुये कहा कि इण्डिया टूडे पत्रिका सर्वे के अनुसार चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ भारत में चार मुख्य विश्वविद्यालयों में ज्वाहर लाल नहेरू विश्वविद्यालय, दिल्ली, हैदराबाद विश्वविद्यालय, मद्रास विश्वविद्यालय के बाद चौथे स्थान पर है और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर क्यू एस रैकिंग में विश्वविद्यालय अच्छे स्थान पर है। उन्होंने विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन का सकारात्मक प्रयोग करने एवं ऊर्जावान बने रहने का आर्शिवचन दिया।
कार्यक्रम में प्रो भूपेन्द्र सिंह ने अपने विचार रखते हुये कहा कि मैं भी चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का छात्र रहा हँू तथा आप सबके बीच रहकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूॅ। सभी विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन प्राप्त करने की शुभकामनायें दी। उन्होने विधि के विद्यार्थियों को अनुशासन में रहने एवं मन लगाकर पढ़ने के लिये प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर विधि अध्ययन संस्थान के समन्वयक डॉ विवेक कुमार जी ने स्वागत भाषण दिया और नवगन्तुक छात्र-छात्राओं को अपने ओरिएंटेशन उदबोधन में विभाग की उपलब्धियां बताते हुये कहा कि हमारे संस्थान के विद्यार्थी उत्तर प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों में उच्चतर न्यायिक सेवा (एचजेएस), प्रदेशिक न्यायिक सेवा, (पीसीएस-जे), अभियोजन अधिकारी (एपीओ) एवं अन्य उपक्रमों में अपनी सेवा दे रहे है तथा संस्थान के पुरातन छात्र भिन्न-भिन्न विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में विधि शिक्षक के रूप में भी कार्य कर रहे है। समन्वयक महोदय ने प्रो0 माधव मेनन एवं प्रो0 एन0एल0 मित्रा व प्रो0 उपेन्द्र बख्शी के व्याखानों का उदाहरण देते हुये बताया कि वर्तमान में विधिक व्यवसाय बहुआयामी है जिसमें अपनी रूची के अनुसार कॉपीराईट, पेटेन्ट, ट्रेडमार्क, इलैक्ट्रिसिटी ऊर्जा, सौर ऊर्जा, कम्पनी टैक्स आदि कुछ भी चुना जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन आशीष कौशिक ने किया एवं सुदेशना ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डॉ कुसुमा वती, डॉ विकास कुमार, डॉ अपेक्षा चौधरी, डॉ धनपाल सिंह, डॉ महिपाल सिंह, डॉ सुशील शर्मा, डॉ मीनाक्षी, अरशद, गरविता यादव, उपासना गौतम, अपूर्व मित्तल, सोहन वीर एवं संस्थान के छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित रहें।
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