डॉक्टर की क्लीनिक में लूट के आरोपी मामा भांजे
भांजे पर थी पैसों की तंगी, इसलिए चुना लूट का रास्ता
मेरठ। गढ़ रोड, नौचंदी थना क्षेत्र में डॉक्टर विकुल त्यागी की क्लीनिक पर हुई लूट के 2 अन्य आरोपियों को भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। एक आरोपी नागेंद्र को पुलिस पहले ही अरेस्ट कर चुकी थी। पुलिस ने अन्य दो आरोपियों पंकज और पार्थ को भी अरेस्ट कर लिया है। तीनों ही आरोपियों ने पैसे की तंगी के चलते डॉक्टर की क्लीनिक में लूट का रास्ता चुना था।
पुलिस, एसओजी टीम ने मिलकर पंकज पुत्र रिषीपाल जो सरधना के गांव अहमदाबाद का रहने वाला है उसे अरेस्ट किया है। साथ ही पंकज का भांजा प्रथम उर्फ पार्थ, पुत्र प्रदीप जो दादरी, नोएडा का रहने वाला है उसे भी अरेस्ट किया है। पंकज की निशानदेही पर लूट के 6200 रुपए और पार्थ की निशानदेही पर 5100 रुपए और तमंचा भी बरामद किया हे।
पंकज ने बताया कि उस पर नागेंद्र के 45हजार रुपए का कर्ज था। नागेंद्र को देने के लिए उसके पास पैसा नहीं था। इसलिए उसने सोचा कि नागेंद्र के साथ मिलकर डॉक्टर विकुल के यहां लूट कर लें। इस काम में अपने भांजे प्रथम उर्फ पार्थ को शामिल किया। पार्थ दो, तीन महीने से मेरे पास यहीं रहकर नौकरी की तलाश कर रहा था। हम तीनों ने तय किया कि लूट की रकम आपस में बराबर बांट लेंगे। डॉ. विकुल के क्लीनिक पर मेरी गर्लफ्रैंड काम करती थी। उससे मिलने वहां जाता रहता था।इसलिए मुझे क्लीनिक की सारी जानकारी थी। मेरे बताए अनुसार नागेंद्र और पार्थ डॉ. विकुल की क्लीनिक पर पहुंचे और तमंचा दिखाकर लूट की थी।
नौकरी की तलाश में मामा के घर आया था पार्थ
पूछताछ में पार्थ ने 2019 में इंटर किया। फिर प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। कुछ दिन बाद वो नौकरी छोड़ दी। 2022 में आईटीआई का एंट्रेस दिया लेकिन सिलेक्ट नहीं हुआ। पिछले दो, तीन महीने से मामा के पास यहीं मेरठ में रहकर नौकरी की तलाश कर रहा था। मामा के कहने पर वो इस लूट में शामिल हुआ। नागेंद्र के साथ उसकी ड्यूक बाइक पर क्लीनिक में लूट के लिए गया।
No comments:
Post a Comment