आज से घर-घर खोजे जाएंगे टीबी रोगी
अभियान के लिए गठित 195 टीम 98 हजार घरों तक पहुंचेंगी
लक्षणों के आधार पर की जाएगी टीबी की जांच
नोएडा, 22 नवम्बर 2023। घर में यदिकिसी को दो हफ्ते से लगातार खांसी है? खांसी के साथ बलगम में खून आता है? बुखार रहता है? वजन कम हो रहा है? रात में सोते समय पसीना आता है? भूख कम लगती है? यदि इन सवालों का जवाब हां है, तो उसे टीबी हो सकती है। यह टीबी के लक्षण हैं।गुरुवार से आपके घर आकर कुछ इस तरह के सवाल पूछेंगी आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता। यह सब 23 नवम्बर से पाँच दिसम्बर तक चलने वाले सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान (एसीएफ) के तहत किया जाएगा। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. आर.पी. सिंह ने लोगों से अपील की है कि घर आने वाली एसीएफ टीम का सहयोग करें और लक्षण के आधार पर जांच जरूर कराएं।
डा. सिंह ने बताया-राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अन्तर्गत 23 नवम्बर से घर-घर टीबी रोगी खोजे जाएंगे। अभियान में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा संभावित क्षय रोग से ग्रसित व्यक्तियों को चिन्हित कर नियमानुसार जांच एवं उपचार उपलब्ध कराया जायेगा। अभियान के लिए माइक्रो प्लान तैयार कर लिया गया है और एसीएफ टीम को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
अभियान के तहत जनपद की करीब 18.5 लाख आबादीके सापेक्ष करीब 3.92 लाख आबादी की टीबी की स्क्रीनिंग की जाएगी। अभियान के तहत कुल आबादी का 20 प्रतिशत कवर किया जाएगा। इसके तहत करीब 98 हजार घरों पर एसीएफ टीम दस्तक देंगी। अभियान के लिए जनपद में 195 टीम गठित की गई हैं। हर टीम में तीन सदस्य हैं। हर टीम पर निगरानी रखने के लिए 39 सुपरवाइजर नियुक्त किये गये हैं। संपूर्ण अभियान पर नजर रखने के लिए नौ नोडल अधिकारी बनाये गये हैं। ज्ञात हो कि जनपद में नौ टीबी यूनिट -बिसरख, दादरी, भंगेल, दनकौर, जेवर, ममूरा, नोएडा, बरौला, नोएडा, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) हैं।
अभियान में करें सहयोग, कराएं टीबी की जांच
डा. सिंह ने लोगों से अपील की है कि वह घर आने वाली एसीएफ टीम का सहयोग करें और लक्षणों के आधार पर जांच जरूर कराएं। दो हफ्ते से लगातार खांसी रहना, खांसी के साथ बलगम में खून आना, दो हफ्ते से ज्यादा बुखार रहना, वजन कम होना,रात में सोते समय पसीना आना, भूख कम लगना इत्यादि टीबी के लक्षण हैं। यदि परिवार में किसी के इससे मिलते जुलते लक्षण हैं तो छिपाएं नहीं, जांच जरूर कराएं। घर आने वाली टीम बलगम जांच के लिए डिब्बी देगी, जिसमें सुबह का पहला बलगम जांच के लिए देना है।
उन्होंने बताया- सबसे पहले घरों में एसीएफ अभियान चलाया जा रहा है। उसके बाद अनाथालय वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, कारागार, सब्जी मंडी, फल मंडी, लेबर मार्केट, निर्माणाधीन प्रोजेक्ट, ईंट भट्ठों, स्टोन क्रेशर, साप्ताहिक बाजारों में अभियान चलाया जाएगा।
पिछले एसीएफ में मिले थे टीबी के 52 मरीज
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया- टीबी मरीजों को खोजने के लिए अभियान चलाए जाते हैं। इससे पहले 24 फरवरी से पांच मार्च तक अभियान चलाया गया था, जिसमें 52 मरीज मिले थे।
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