मेरठ कॉलेज ने किया पदकवीर बेटियों का सम्मान

 छात्रों को पदकधारियों से सीख लेने का किया आहा्वन 

 मेरठ। हाल ही में संपन्न हुए एशियाई खेलों में देश के लिए पदक जीतने वाली मेरठ कॉलेज की पुरातन छात्रा रही पारूल चौधरी, अनु कुमारी और किरण बालियान को कॉलेज के मूट कोर्ट हाल में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ की गई इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर अंजलि मित्तल ने अपने संबोधन में मेरठ कॉलेज की पुरातन छात्र रही चैंपियन खिलाड़ियों को शुभाशीष प्रदान करते हुए उनके जीवन से सीख लेने का आह्वान किया। 

 छात्रों से खचाखच भरे हाल में प्रबंध समिति के वरिष्ठतम सदस्य डॉ रामकुमार गुप्ता ने तीनों छात्राओं की सफलता गाथा को न केवल वर्तमान वरन आने वाली पीढियां के लिए भी प्रेरणादायक बताया। तीनों छात्राओं ने गांव में साधारण किसान परिवार से आकर मेरठ कॉलेज में अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अपने खेल प्रशिक्षण पर भी पूरा ध्यान दिया। शारीरिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि कॉलेज की ओर से इंटर यूनिवर्सिटी खेल प्रतियोगिता में भाग लेते हुए तीनों ही छात्राओं ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित किए थे। उन्होंने उपस्थित छात्रों से यह भी कहा कि पारुल,अनु और किरण की अब तक की यात्रा में लक्ष्य निर्धारण, अनुशासन और कड़ी मेहनत का बेहद महत्व रहा है।  

 महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर अंजलि मित्तल ने अपने उद्बोधन में कहा कि पुरातन छात्राओं के इस प्रदर्शन ने मेरठ कॉलेज का परचम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लहरा दिया है। 2. कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्रोफेसर योगेश कुमार ने बताया कि मेरठ कॉलेज की इन छात्रों का अगला लक्ष्य ओलंपिक पदक लाना है. महाविद्यालय के पांच छात्र ओलंपियन रह चुके हैं।इस अवसर पर अनु रानी के पिता चौधरी अमरपाल सिंह किरण बालियान के पिता श्री सतीश चौधरी एवं पारूल चौधरी के पिता श्री कृष्ण पाल एवं मास्टर विक्रम सिंह को भी मेरठ कॉलेज द्वारा सम्मानित किया गया।इस अवसर पर स्नातक स्तर पर शारीरिक शिक्षा विषय पर प्रोफेसर योगेश कुमार द्वारा लिखित पुस्तक शारीरिक शिक्षा खेल एवं योग का विमोचन भी किया गया। सभी ने मेरठ कॉलेज के शिक्षकों द्वारा खिलाड़ी छात्राओं को दिए गए सहयोग की भूरि भूरि प्रशंसा की। 6. छात्राओं के प्रश्नों का जवाब देते हुए किरण बालियान ने कहा की खिलाड़ियों के लिए करियर को ध्यान रखते हुए पढ़ाई करना भी जरूरी है। 7. पारूल चौधरी और अनु कुमारी को राज्य सरकार द्वारा डीएसपी पद पर नियुक्ति का भी आश्वासन मिला है। यह राज्य सरकार की नीति जिसमें ओलंपिक तथा एशियाई गेम्स में गोल्ड मेडल विजेता को दिया जाता है। अधिकारी पद की नियुक्ति के लिए ग्रेजुएशन की डिग्री भी आवश्यक है। तीनों छात्राओं ने अपने भाषण में मेरठ कॉलेज के अपने दिनों को याद करते हुए कहा कि महाविद्यालय ने उन्हें अपने करियर बनाने के लिए उचित प्लेटफार्म दिया। इस अवसर पर कॉलेज की डीन प्रो सीमा पवार, आईक्यू ए सी कोऑर्डिनेटर प्रो अर्चना सिंह, प्रो नीलम पवार, प्रो अनुराधा सिंह, प्रो मनोज सिवाच, प्रो आभा अवस्थी, डॉ कविता सिरोही, डॉ हरगुन साहनी, डॉ विनय आर्य, डॉ पंकज भारती, डॉ संदीप कुमार, डॉ पंजाब सिंह मलिक आदि उपस्थित रहे।

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