आत्मज्ञान, दिमाग का खुलना, विज्ञान के प्रति जागरूकता ये सभी सर सैयद के लक्ष्य थे। : डॉ. आसिफ अली

  सर सैयद ने मुसलमानों के कल्याण के लिए उच्च शिक्षा को बढ़ावा दिया। : अफाक अहमद खान

मेरठ। 17अक्टूबर, 2023 को हसना बेगम मेमोरियल उर्दू मीडियम मॉडल स्कूल, शाह पीर गेट, मेरठ में सर सैयद व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत नफीस अहमद ने पवित्र कुरान की तिलावत से की. हदिया नात गुलनाज ने पेश की. इसके बाद अतिथियों का स्वागत फूलों से किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता एवं माइनॉरिटी एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष आफाक अहमद खान ने की. स्वागत भाषण शीबा चौधरी ने , संचालन फरयाल ने, परिचय जाहिदा ने  और अजरा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। 

 इस अवसर पर हसना बेगम मेमोरियल उर्दू मीडियम मॉडल स्कूल में सर सैयद व्याख्यान श्रृंखला के तहत विशेष वक्ता के रूप में उपस्थित उर्दू विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ. आसिफ अली ने कहा कि सर सैयद ने ऐसे समय और परिस्थितियों में राष्ट्र के सुधार का बीड़ा उठाया था जब सर्वत्र अंधकार ही अंधकार दिखाई दे रहा था। उन्होंने सिखाया कि शिक्षा और अभ्यास दो ऐसे नुस्खे हैं जिनकी सहायता से यह पिछड़ा राष्ट्र भी शिखर पर पहुंच सकता है। मुसलमानों  से अंग्रेज़ों को सबसे बड़ी चोट तब पहुँची, जब अंग्रेज़ मुसलमानों के विनाश के पीछे लगे हुए थे। ऐसी परिस्थिति में सर सैयद ने मुसलमानों के कल्याण के लिए उच्च शिक्षा को बढ़ावा दिया।  उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य तब तक सर्वश्रेष्ठ रचना नहीं बन सकता जब तक वह ज्ञान प्राप्त न कर ले। क्योंकि शिक्षा ही हर राष्ट्र और राष्ट्र के विकास का स्रोत है। सर सैयद इस देश की आत्मा हैं, हमें उन्हें ध्यान से समझना होगा, तभी हम उनके उद्देश्य और मिशन को समझ पाएंगे।

ज्ञात हो कि पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी मोहसिन क़ौम ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और सर सैयद एजुकेशनल सोसाइटी, मेरठ के सहयोग से महान शैक्षिक नेता की जयंती के अवसर पर पाँच दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया है। सर सैयद अहमद खान जश्न ए सर सैयद कार्यक्रमों का आयोजन करता है और इस सिलसिले में सर सैयद व्याख्यान श्रृंखला, सर सैयद क्विज, बैत बाजी, राष्ट्रीय सेमिनार आदि का आयोजन किया जाता है। सर सैयद इंटरनेशनल और सर सैयद राष्ट्रीय पुरस्कार उन व्यक्तियों और संस्थानों को भी प्रदान किए जाते हैं जिन्होंने सर सैयद के मिशन के प्रसार और शिक्षा को बढ़ावा देने में योगदान दिया है।

इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए अफाक अहमद खान ने कहा कि सर सैयद की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उन्होंने मुसलमानों के कल्याण के लिए उच्च शिक्षा को बढ़ावा दिया। यह तभी संभव है जब वह समसामयिक विज्ञान से परिचित हों और उनका विरोध भी इसी कारण से था। वे अपने समय से सौ साल आगे की सोच रहे थे। जगाने का कारण बनेंगे।

विद्यालय की प्राचार्या बेगम शहनाज अहमद ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आज सर सैयद के जन्मदिन पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम न सिर्फ मेहनत और लगन से पढ़ाई कर सर सैयद को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. भविष्य। हम अपने सर्वोत्तम प्रयासों से समाज में सुधार और जरूरतमंदों की मदद को अपना आदर्श वाक्य बनाएंगे।इस मौके पर शहर के गणमान्य व्यक्ति और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts