तय है कि जिंदगी की
इकलौती खुशी बन कर,
बेइंतहा सताएंगे लोग,
तुम भीगे जज्बात को
आंखों में उभरने मत देना
कि समेट लेना,
प्रेमिल यादों के रंग
ज़िन्दगी को
ज़िन्दगी का मान देना
वो फ़लक पर
रौशन रहें उम्र भर
तुम इश्क़ को
सुकूँ का नाम देना तय है,
कि बीच राह
बिछड़ेंगे लोग तय है
कि सब अचानक
तन्हा होगा
सुनो, तुम
आखरी टुकड़ा मन का
संजोए रख
दर्द मन में कोई
पलने न देना
बहुत हिम्मत से
सांसे संजोयी तुमने
तुम टूट यूँ
इन्हें बिखरने न देना
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