व्यक्तित्व के संपूर्ण विकास के लिए मन को नियंत्रण में करना सीखें - रवि कुमार
- गीता के 700 श्लोकों में छिपा है संपूर्ण मानव जाति की समस्याओं का समाधान
मेरठ । मन चंचल होता है मन में ही विकार होते हैं। अगर छात्र जीवन में अपने मन के विकारों पर विजय प्राप्त कर लिया तो पूरा जीवन सफल बनाया जा सकता है। आईआईएमटी विश्वविद्यालय में बीटेक और पत्रकारिता के छात्रों को व्यक्तित्व के संपूर्ण विकास का संदेश देते हुए विद्या भारती के संगठन मंत्री रवि कुमार ने ये विचार रखे।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयोजित विशेष व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में विद्या भारती के दिल्ली प्रांत के संगठन मंत्री रवि कुमार ने बीटेक छात्रों को स्वाध्याय में महापुरुषों की किताबें और जीवनी पढ़ने की सलाह दी। इसके अलावा अपने पाठ्यक्रम के अलावा सेवा कार्यों में भी समाज का योगदान देने की जरुरत जताई। रवि कुमार ने बताया कि गीता के 700 श्लोकों में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन के सभी सवालों का जवाब दिया है। इन्हीं श्लोकों के अर्थ में हमारे सभी सवालों के जवाब भी छुपे हैं। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के एकेटीयू के डायरेक्टर डॉ संजीव माहेश्वरी ने अतिथि व्याख्यान के लिए रवि कुमार का आभार जताया। डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर नीरज शर्मा, डीन डॉ पंकज सिंह, बीटेक के विभागाध्याक्ष डॉ कुलदीप सिंह आदि मौजूद रहे।
पत्रकारिता विभाग में आयोजित कार्यक्रम में रवि कुमार ने छात्रों को खबरों की सच्चाई तक पहुंचने के लिए प्रेरित करते हुए खबरों को सही अर्थों में पेश किए जाने की जरुरत जताई। डीन डॉ रविंद्र प्रताप राणा और विभागाध्यक्ष विशाल शर्मा ने उन्हें स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन विभोर गौड़ ने किया। डॉ नरेंद्र कुमार मिश्रा, डॉ पृथ्वी सेंगर, डॉ अर्किन चावला ने सहयोग किया।
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