लूट की घटना को अंजाम देने वाला निकला कंपनी का पुराना कर्मचारी
लूट की घटना के बाद हरिद्वार व काडमांठू में तीनों बदमाशों ने उडाई मौज
सीक्रेट इन्फॉर्मेशन लीक कर करवाई 15 लाख की लूट
मेरठ। पौने चार माह पूर्व एटीएम में कैश डालने वाले कंपनी के कर्मचारियों से लूट करने वाले बदमाशों को आखिरकर पुलिस ने आखिरकार दबोच ही लिया। सर्विलांस के आधार पर पकडे गये तीनों अपराधियों से पुलिस ने लूट कर रकम से 5.5 लाख रूपये व लूट से खरीदी कार व मोबाईल के साथ गिरफ्तार किया है। पकडे गये अपराधियों ने में एक अपराधी कंपनी का पूर्व कर्मचारी निकला । जिसने अपना कर्जा चुकाने के लिए दो बदमाशों को सहारा लेकर लूट की घटना को अंजाम दिया।
पुलिस लाइन में मीडिया को जानकारी देते एसपी देहा कमलेश बहादुर ने बताया कि मवाना थाना क्षेत्र में 19 मार्च 2023 को कर्मचारी से बीच सड़क 15 लाख रुपए लूटे गए थे। पुलिस ने लूट करने वाले 3 बदमाशों को पकड़ा है। घटना का मास्टरमाइंड कंपनी की ही पुराना कर्मचारी निकला। मवाना पुलिस चौकी के पास इंडिया वन कंपनी जो एटीएम में पैसा डालने का काम करती है। उसके कर्मचारी नंदन सिंह से 2 बदमाशों ने बाइक से 15 लाख रुपयों से भरा बैग लूटा था।सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस 3 बदमाशों तक पहुंची। तीनों ने अपना जुर्म कुबूल किया है। लूटकांड में अंकित, विकास, कोमल उर्फ आदर्श शामिल हैं। ये तीनों खजूरी गांव मेरठ के रहने वाले हैं।
उन्होंने बताया कि पूरी लूट का मास्टमाइंड विकास है। चूंकि विकास इंडिया वन में टेक्नीशियन था, एक साल पहले नौकरी छोड़ चुका था। उसे कंपनी से जुड़ी सारी जानकारी थी। नौकरी छोड़ने के बाद विकास बेरोजगार था। उस पर गांव में 70 हजार रुपयों की उधारी थी। आए दिन उधारी मांगने लोग उसके घर आते थे।तभी उसने उधारी चुकाने के लिए लूट का प्लान बनाया। लूट के लिए उसने कंपनी के कर्मचारी नंदन को टार्गेट किया। नंदन के पास अक्सर एटीएम में डालने के लिए कैश होता है। हम उससे इन पैसों की लूट कर लें, उस लूट की रकम से उधारी चुकाएंगे और ऐश करेंगे।उन्होंने बताया किविकास ने ही गांव के दो युवक कोमल, अंकित को अपने प्लान में मिलाया। तीनों इसमें शामिल हो गए। विकास ने मवाना में बैंक से एटीएम तक पूरे इलाके की रेकी कराई और 15 मार्च को मवाना खुर्द में गांव तिकरी में जाकर नंदन को कट्टा दिखाकर रुपयों से भरा बैग लूट कर भाग गए।
कैश से भरे बैग को ये तीनों परीक्षितगढ़ मंडी क्षेत्र में ले गए। वहां रकम का बंटवारा कर लिया। कोई पकड़ न सके इसलिए तीनों हरिद्वार भाग गए। फिर 6 दिन के लिए काठमांडू चले गए। तीनों ने इसी रकम से नेपाल घूमने का सपना भी पूरा कर लिया।कोमल और अंकित ने लूट के 15 लाख में से 6-6 लाख रुपए लिए। क्योंकि उन्होंने घटना को अंजाम दिया था। जबकि विकास जिसने सूचना दी, रेकी करी उसने 3 लाख रुपए लिए थे। लूट में मिले हिस्से के पैसे से कोमल ने ढाई लाख रुपए की कार खरीदी। कोमल, अंकित ने वन प्लस के दो नए मोबाइल भी खरीदे। कुछ रकम घर में खर्च कर दी। बाकी रकम घूमने में उड़ा दी।
10 लाख रुपए कर डाले खर्च
पुलिस को तीनों के पास से 50 हजार रुपए के दो मोबाइल, ढाई लाख वाली नई कार, कैश 2 लाख 51हजार रुपए बरामद हुए हैं। बाकी 10 लाख रुपए बचे हैं। जिसमें काफी पैसा ये तीनों खर्च कर चुके हैं। पुलिस उस रकम को भी बरामद करने का प्रयास कर रही है।
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