वकीलाें  ने  बेगमपुल पर  मानव श्रृंखला बनाकर किया विरोध-प्रदर्शन

बोले - एनडीए सरकार अधिवक्ताओं का कर रही अहित, 2024 चुनाव में भुगतेंगे खामियाजा

मेरठ। वकीलाें को धरना प्रदर्शन जारी है। बुधवार को  पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की मांग और हापुड़ में अधिवक्ताओं पर हुए लाठी चार्ज के विरोध में वकीलों ने मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। पूरे देश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की। हालांकि अधिवक्ताओं के विरोध प्रदर्शन के चलते शहर की यातायात व्यवस्था भी खराब हो गई। शहर वासियों को कई घंटे तक जाम से जूझना पड़ा। अधिवक्ताओं के प्रदर्शन के बाद पुलिस ने व्यवस्था सुचारू कराई।

मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कुंवर पाल शर्मा और महामंत्री विनोद कुमार चौधरी के नेतृत्व में अधिवक्ता कचहरी परिसर स्थित नानक चंद सभागार में एकत्र हुए। उन्होंने बताया कि बीती 19 अगस्त को तय हुआ था, हाईकोर्ट बेंच के लिए अधिवक्ता रोड मार्च करेंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक अधिवक्ताओं ने कचहरी से लेकर बेगम पुल, बच्चा पार्क, एनएस कॉलेज और अंबेडकर चौराहे पर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन जताते हुए अदालत में चल रहे कामकाज को बंद कर दिया।

कुंवर पाल शर्मा का कहना है कि केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है। इसके बावजूद पश्चिम यूपी में हाईकोर्ट बेंच की मांग कर रहे अधिवक्ताओं की अनदेखी की जा रही है। जिसका खामियाजा भारतीय जनता पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। वहीं हापुड़ की घटना पर भी प्रदेश सरकार के जनप्रतिनिधि ने मौन धारण किया हुआ है। जबकि मेरठ हापुड़ लोकसभा सांसद राजेंद्र अग्रवाल का कार्यक्षेत्र हापुड़ और मेरठ है। लेकिन उन्होंने भी एक बार भी अधिवक्ताओं से बात करने का प्रयास तक नहीं किया, जो गलत है।

 बेगमपुल पर लगा भंयकर जाम 

 अधिवक्ताओं के बेगमपुल पर जाम लगने से बेगमपुल का चारों तरफ का यातायात पूरी तरह प्रभावित हो गया। जाम में स्कूली बच्चे भी फंस गये। काफी देर तक लोग जाम में फंसे रहे। वकीलों के प्रदर्शन के समाप्त होने के बाद जाम खुल पाया। 

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