मानव तन का मूल भगवान प्राप्ति है बाबा की भक्ति और सत्कर्म

 हापुड। पिलखुवा के गोयल रिजेन्सी में चल रही श्री गणेश शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन व्यास पंडित मोहित भारद्वाज ने सृष्टि के वर्णन के बारे मे बताते हुए कहा कि मानव तन का मूल भगवान प्राप्ति है बाबा की भक्ति और सत्कर्म करके जीवन बिताना चाहिए।

महादेव को प्राप्त करने के लिए श्रवण,कीर्तन, और मनन तीन सीढियां है, उन्होंने बताया कि संसार को साँस देने वाला, संसार के प्राणियों को जीवित रखने वाला, प्राणियों को सुख रखने वाला और कोई नहीं केवल भगवान भोलेनाथ ही है तुम्हें यह जीवन मिला है तो उसमे बाबा भोलेनाथ की भक्ति, और सत्कर्म करते चलो, कर्म का भोग भोगना पड़ता है, कण कण में शंकर वास करते है, उन्होंने बताया कि पहली ताली बजाने से लोगों को रिझाया जाता है, दूसरी ताली से सुख शांति मिलती है, और तीसरी ताली से निरोगी काया मिलती है, व्यास जी ने बताया कि जिसकी निंदा होती है उसका प्रमोशन होता है और जो निंदा करते है उसका डिमोशन होता है इस दोरान भगवान अर्धनारेश्वर की सुन्दर झांकी का आयोजन किया गया,  व्यास ने मोकछ और मुक्ति के बारे मे बताया, इस मौके पर  दिव्या अग्रवाल, मंजू सिंघल, अंजना गुप्ता,पूनम सिंघल, मधु मित्तल, प्रीति मित्तल, रेखा सिंघल,ज्योति, वंदना, प्रियंका, रुचि, सिंधु त्यागी,  मानशी,राखी,प्रिया गोयल, नीतू वर्मा ,सचिन मित्तल, कपिल अग्रवाल, कपिल वर्मा, नीतीश गुप्ता, अनुज सिंघल, अंकित अग्रवाल,जय भगवान सिंघल,सलभ शर्मा, लक्ष्य  अग्रवाल सहित सैकङों महिलाओं और पुरुष शामिल थे। 

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