जिला अस्पताल में 20 टीबी मरीजों की हालत बिगड़ी
तिमारदारों ने लगाया डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप
डीएम ने गठित की जांच कमेटी, जांच कर देगी रिपोर्ट
मेरठ। बीती रात जिला अस्पताल में भर्ती 20 से अधिक टीबी मरीजों का आक्सीजन लेवल कम होने से हालत बिगड़ गई। अचानक आक्सीजन लेवल डाउन होने से सांसे फूलने लगी। तीमारदारों ने मरीज की बिगड़ी हालत को देखते हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद आनन-फानन में 112 पर कॉल कर पुलिस बुला ली। पुलिस के पहुंचने पर डॉक्टर भी अस्पताल पहुंचे। इसके बाद सभी मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट कर इलाज शुरू किया गया। जिसके बाद लोगों की हालत में सुधार हुआ। मामला पीएल शर्मा जिला अस्पताल में रात 1.20 बजे का है। वही इस मामले में डीएम दीपक मीणा ने सीएमओ की अध्यक्षता में जांच कमेठी गठित कर दी है।
मरीजों के तीमारदारों ने बताया टीबी वार्ड में रात 8 बजे के आस-पास मरीजों को कोई इंजेक्शन दिया गया था। उस इंजेक्शन को लगाने के बाद ही मरीजों की हालत बिगड़ी है। रात 1.20 बजे के बीच मरीजों की सांसें फूलने लगी। उनको बहुत परेशानी होने लगी। धीरे-धीरे सभी मरीजों को ऐसा होने लगा तो वार्ड में हड़कंप मच गया। तीमारदारों ने आरोप लगाया कि जो इंजेक्शन लगाया गया उसमें कुछ कमी या गड़बड़ी थी। इसी वजह से इंजेक्शन की दवा का रिएक्शन हुआ है।इमरजेंसी वार्ड में नाइट शिफ्ट में ड्यूटी देने वाली स्टाफ नर्स ने बताया कि टीबी मरीजों को कोई नया इंजेक्शन दिया गया था। शायद उसके कारण ऐसा हुआ है। लेकिन सभी मरीजों की हालत पर काबू पाया जा चुका है। सब ठीक हैं। वार्ड में फिलहाल 3 मरीज भर्ती हैं। वह भी कंट्रोल में है।मरीज के एक तीमारदार ने बताया कि देर शाम इंजेक्शन लगाया था। उसको बाद मरीजों की हालत बिगड़ी, उन्हें ठंड चढ़ी, बुखार तेज हुआ, हाथ, पांव सिकुड़ने लगा। कल ही भाई यहां भर्ती हुआ था। आज उसके साथ ऐसा हुआ। डॉक्टरों ने कहा कि इंफेक्शन हो जाता है। वार्ड में उस समय लगभग 20 से अधिक मरीज थे।एक टीबी मरीज ने बताया कि अचानक ठंड लगी, डॉक्टर इंजेक्शन लगाकर चले गए थे। कुछ लोगों ने पुलिस को फोन कर बुलाया था। एक अन्य बच्ची ने बताया कि सभी मरीजों को इंजेक्शन लगा था, सभी सीरियस होने लगे। एक और मरीज ने बताया कि वो टीबी वार्ड में 3 दिन से भर्ती था, रात जब इलाज दिया जा रहा था, तो इंजेक्शन लगाया। इसके बाद तबीयत बिगड़ गई।
जिला अधिकारी दीपक मीणा ने बताया जिला अस्पताल में इंजेक्शन का नया लोड आया है। सभांवना वक्त की जा रही है। उन्होंने बताया नये लोड तत्काल रोक लगा दी गयी है। इंजेक्शन की जांच उसी कंपनी से करायी जाएगी जहां से सप्लाई किया गया था। सीएमओ की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर दी गयी है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा गुलशन राय ने बताया कि टीबी में कोई इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है। जिस मरीज की तबियत बिगडी है। अन्य बीमारी होने के कारण इंजेक्शन लगाया गया होगा। जिसके कारण तबियत बिगडी है।
No comments:
Post a Comment