सामाजिक संगठन के बदौलत मंदबुद्धि युवती की रिपोर्ट दर्ज हो पाया
पुलिस ने जब रिपोर्ट दर्ज नहीं की तो लेना पडा सामाजिक संगठन का सहारा
आगरा। प्रदेश सरकार के सख्त निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए गये है। थाने में आयी किसी पीडिता की रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाए। लेकिन लगता है। मुख्य मंत्री के दिए गये आदेश केा भूल गये है। छेडछाड की शिकायत दर्ज कराने के लिए अपनी मंदबुंद्धि बेटी के साथ पहुुचे एक परिवार की पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। तो परिजनों को सामाजिक संगठन का सहारा लेना पडा। सामाजिक संगठन की वजह से मंदबुद्धि की युवती की एफआईआर दर्ज करायी गयी। युवती के 164 के बयान करा कर उसका मेडिकल कराया गया।
दरअसल आगरा के काेतवाली थाना क्षेत्र के तकिया वजीर शाह में एक मुस्लिम परिवार रहता है। उसी परिवार में एक मंदबुद्धि रहती है। आरोप है पडोस में रहने वाली नासिर नाम का व्यक्ति मंदबुद्धि युवती के घर से बाहर निकलने पर उसके साथ गलत हरकत करता था। उस व्यक्ति ने उसके प्राइवेट पार्ट को छूने का प्रयास किया। तभी उसकी बहन ने व्यक्ति को हरकत करते हुए देख लिखा। उसकी बहन रोने लगी। उसने अपनी बहन को बताया वह अक्सर उसके साथ गलत करने का प्रयास करता है। तभी मंदबुद्धि युवती को घर पर ले गयी। वहां पहुंचे के बाद परिजनों काे पूरा वाकया बताया । जिस पर परिजन मंदबुद्धि को लेकर कोतवाली थाने में पहुंचे। घंटो तक थाने पर बैठने के बाद उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी। तभी परिजनों ने सामाजिक संगठन से सहायता के लिए आग्रह किया। तभी सामाजिक की अध्यक्षा अन्य पदाधिकारियों के साथ थाने में पहुंची उन्होंने मंदबुद्धि से पूरा वायका पूछा। जिस पर युवती ने दबी जुबान से पूरा वाकया बता दिया।जिस पर सामाजिक संगठन की संचालिका ने अपनी ओर से मंदबुद्धि की ओर से नासिर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। इतना ही नहीं युवती के 164 बयान दर्ज कराए गये। सामाजिक के लाेगों का कहना था। उनका मकसद बेटियों का सम्मान हो चाहे वह किसी भी धर्म की क्यों ने। इस मौके पर ,दानिश खान, जीशान खान,इरशाद कुरैश, राहिल खा, नूरजहां बेगम, जीनत और कुछ सिंधी बाजार मार्केट के जिम्मेदार दुकानदार भी मौजूद रहे। वह भी चाहते थे कि उसे बच्ची को न्याय मिले।
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