यूनेस्को तक पहुंचा मेरठ का वीरीना फाउंडेशन
नयी दिल्ली। वीरीना फाउंडेशन ने 13 जुलाई को यूनेस्को के मुख्यालय, पेरिस, फ्रांस में आयोजित एक अद्भुत प्रदर्शन के माध्यम से अपनी प्रगति को दिखाया है, जो भारतीयों के लिए आशापूर्ण भविष्य की ओर एक प्रेरणा स्त्रोत के रूप में कार्य करेगा।यूनेस्को में वीरीना फाउंडेशन प्रतिनिधि अमायमा महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छूने का एक संकल्प लिया है, जहाँ उनके प्रयासों से महिलाओं की स्थिति में सकारात्मक बदलाव हो रहा है।
वीरीना फाउंडेशन के संस्थापक धीरेन्द्र, उपासना और डॉ. याघवेंद्र और मुख्य कार्यकर्ता गौरी, डॉ माघवेंद्र, डॉ ज्योति द्वारा इस महान उपलब्धि के साथ संघर्ष और परिश्रम का उदाहरण प्रस्तुत किया गया है। उनके अद्वितीय कार्यक्रमों ने महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने, साक्षरता और जागरूकता को बढ़ावा देने, और रोजगार के अवसर प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस महान पहल के चलते, वीरीना फाउंडेशन को यूनेस्को के प्रतिनिधि, स्पीकर्स और अन्य सहभागियों द्वारा प्रशंसा और शुभकामनाएं प्राप्त हुई हैं।
वीरीना फाउंडेशन ने भारत में चल रही C20 समिट पर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों की ओर से भी समर्थन प्राप्त है।
इस सफलता से भारतीय महिलाओं को अत्यंत गर्व हो रहा है। वीरीना फाउंडेशन ने महिलाओं को सशक्त, स्वतंत्र और समर्पित बनाने के लिए प्रतिबद्धता और संघर्ष किया है। उनका मुख्य लक्ष्य है कि भारतीय महिलाएं वैश्विक मंच पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं और आगे बढ़कर स्वतंत्रता, सम्मान और स्वावलंबन के संग्राम में योगदान दें। वीरीना फाउंडेशन की यह प्रगति न केवल संगठन को ही बल्कि पूरे देश को एक बेहद प्रेरणादायक कदम आगे बढ़ाने में सहायता करेगी।
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