जनपद में आज से मनाया जाएगा मलेरिया रोधी माह
विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जन समुदाय को किया जाएगा जागरूक
मेरठ, 31 मई 2023। प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार भी जिले में मलेरिया रोधी माह मनाया जाएगा, जिसमें विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर जन समुदाय को जागरूक किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया- मलेरिया रोधी माह एक जून से 30 जून तक मनाया जाएगा, जिसके तहत जन जागरूकता अभियान, गोष्ठियां व रैलियां आयोजित की जाएंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया मलेरिया को जड़ से मिटाने के लिए गोदरेज के सहयोग से फेमिली हेल्थ इंडिया की ओर से संचालित एम्बेड परियोजना शहर की 200 बस्तियों में जन जागरूकता कार्यक्रम चला रही है, जिसके कार्यकर्ता इन बस्तियों मे घर- घर जाकर जन समुदाय को मलेरिया के लक्षण और बचने के उपायों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
संयुक्त निदेशक मेरठ डॉ. अशोक तालियान ने बताया - मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है। भारत सरकार के राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत हमें मलेरिया को 2030 तक भारत से मिटाना है। इसके लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करने होंगे। जनसमुदाय का विशेष सहयोग अत्यंत आवश्यक है। थोड़ी सी सतर्कता से हम मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारी को मिटा सकते हैं। उन्होंने बताया -गर्भवती महिलाओं और पांच वर्ष से छोटे बच्चों को मलेरिया से ज्यादा खतरा रहता है।
जिला मलेरिया अधिकारी सत्य प्रकाश ने बताया - कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है अतः बुखार आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर या आशा कार्यकर्ता से मलेरिया की जांच करवा सकते हैं गर्भवती की मलेरिया जांच स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर मुफ़्त में की जाती है। मलेरिया होने पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
मलेरिया के मुख्य लक्षण
संक्रमित व्यक्ति के सिर में तेज दर्द होना, उल्टी या मितली आना, ठंड या कंपकंपी के साथ तेज बुखार आना। बुखार का लंबे समय तक रहना या रुक रुक कर आना मलेरिया के लक्षण हैं। इस दौरान मरीज को बार बार प्यास लगती है। हाथ व पैर में ऐंठन रहना, थकान या कमजोरी महसूस होना, घबराहट व बेचैनी भी इसके लक्षणों में है।
मलेरिया से बचाव के तरीके-
घर में या आस पास पानी इकट्ठा न होने दें, बारिश से पहले छत पर साफ सफाई कर लें ताकि बारिश का पानी किसी वस्तु में न भरने पाएं। गमलों में सीमित मात्रा में ही पानी डालें। कूलर का पानी नियमित रूप से सात दिन के अंदर बदलते रहें। फ्रिज के पीछे की प्लेट (जिसमे पानी जमा हो जाता है) को एक हफ्ते में अवश्य साफ करें। मच्छरदानी का प्रयोग करें। पूरी बाजू के हल्के रंग के कपड़े पहनें। मच्छर मारने वाले साधनों का इस्तेमाल करें।
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