गड्डा मार्केट में दुकानें हटाने पर व्यापारियों ने किया हंगामा
व्यापारियों, कैंट बोर्ड, रैपिड टीम स्टाफ के बीच कहासुनी
मेरठ। बेगमपुल क्षेत्र स्थित गड्डा मार्केट में बुधवार को व्यापारियों की कैंट बोर्ड और रैपिड टीम स्टाफ से जमकर कहासुनी हुई। बिना नोटिस दिए रैपिड की टीम बाजार में दुकानें खाली कराने पहुंच गई। इससे व्यापारी भड़क उठे। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि अभी तक रैपिड की टीम ने 7 दुकानों का मुआवजा भुगतान नहीं किया है। हमें कोई नोटिस भी नहीं मिला बिना इसके ही बाजार खाली कराया जा रहा है।
व्यापारी सत्यपाल भाटिया ने बताया कि ये रैपिड रेल के लिए गया इलाका है। कैंटोनमेंट बोर्ड का इलाका है जो रैपिड रेल को कैंट बोर्ड ने दी है। इसके एवज में हमें आठ बाई आठ के छोटे खोखे दे दिए हैं। अभी तक रैपिड रेल से मिलने वाले चैक हमें नहीं मिले हैं। 7 ऐसे व्यापारी हैं जिनको अभी तक चैक नहीं मिले हैं। चैक नहीं दिए बल्कि रैपिड की टीम फोर्स क साथ यहां आकर हमें हटाने लगी है। व्यापारियों ने ये भी कहा कि उन्हें दुकानें खाली करने में दिक्कत नहीं लेकिन पहले उनका पैसा दिया जाए। साथ ही उनको थोड़ा वक्त दिया जाए।
व्यापारियों ने कहा कि रैपिड की टीम बिना किसी नोटिस, वार्निंग के यहां आई और तोड़फोड़ शेरू कर दी है। यहां कुल 60 दुकानें हैं इसमें गड्डा मार्केट की 50 और बाहर की 10 दुकानें हैं। हमें चैक देने के बाद थोड़ा समय दिया जाए उसके बाद रैपिड यहां आकर काम शुरू करे। हमें इस डेवलपमेंट से परेशानी नहीं है लेकिन रैपिड की टीम हमें उचित समय दे ताकि हम दुकानें खाली कर सकें।
दरअसल गड्ढा मार्केट के स्थान पर रैपिड रेल का सबसे प्रमुख बेगमपुल स्टेशन अंडरग्राउंड बनना है। साथ ही ऊपर में अन्य व्यवस्था के लिए निर्माण होना है। इसके लिए गड्ढा मार्केट को खाली करने के लिए कैंट बोर्ड पूर्व में नोटिस जारी कर चुका है। दुकानदारों का कहना है कि 70 साल पुराने इस बाजार में करीब 60 दुकानें हैं, जो सालों से यहां अपना कारोबार करते हुए परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं।
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