ई संजीवनी एप:तीसरी साल भी जनपद का पहला स्थान बरकरार

घर बैठे चिकित्सकों से निशुल्क परामर्शका जरिया ई-संजीवनी एप 

 मेरठ, 14 अप्रैल 2023। कोरोना काल में शुरू हुए ई-संजीवनी एप मामले में मेरठ जनपद तीसरे साल भी प्रदेश में पहले पायदान पर बना हुआ है। मार्च 2023 में समाप्त हुए  वित्तीय वर्ष में 206404 लोग ई संजीवनी केमाध्यम से चिकित्सकों से घर बैठे निशुल्क परामर्श का लाभ ले चुके हैं। 



मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया- कोविड के दौरान ई संजीवनी ओपीडी एप होम आइसोलेशन के मरीजों के लिये संजीवनी एप बना हुआ है। इससे घर बैठे लोग बिना अस्पताल जाए चिकित्सकों की सलाह लेकर अपना उपचार करा रहे हैं। इसके लिए दो शिफ्टों में चिकित्सकों  की ड्यूटी लगायी जाती है, जिसमें तीन-तीन चिकित्सक ड्यूटी  करते हैं। 

कोरोना काल में मरीजों को घर बैठे चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से इस सुविधा का शुभारंभ किया गया था। 31 मार्च 2021 तक ई.संजीवनी टेलीमेडिसिन ओपीडी में मेरठ जनपद में कुल 38220 टेलीमेडिसिन ओपीडी हुईं थीं। उस समय मेरठ पहले और दूसरे स्थान पर रायबरेली जनपद रहा था।  वहां 37969 टेली मेडिसिन ओपीडी की गई थीं। 37584 टेलीमेडिसिन ओपीडी कर जालौन तीसरे स्थान पर रहा था।

उन्होंने बताया -वित्तीय वर्ष 2021-22 में ई-संजीवनी ओपीडी के मामले में मेरठ जनपद ने दूसरी बार भी प्रथम स्थान बरकरार रखा। मेरठ मंडल में बुलंदशहर ने 61846 ई संजीवनी ओपीडी कर प्रदेश में सातवां स्थान प्राप्त किया, जबकि बागपत 61602  ओपीडी कर प्रदेश में आठवां स्थान पर रहा।

जिला कम्यूनिटी प्रोसेस मैनेजर हरपाल सिंह ने बताया वित्तीय  वर्ष 2022-2023  में मेरठ पूरे प्रदेश में टॉप पर बना हुआ है। इस वित्तीय में ओपीडी काआंकड़ा 206404  पहुंच गया है।  दूसरे स्थान पर अयोध्या है, जहां पर 189747 ओपीडी हुईं। तीसरे स्थान पर रायबरेली है, जहां पर अब तक 164359 ओपीडी हुईं  जबकि 161965  ओपीडी कर बाराबंकी चौथे स्थान पर है।

कैसे लें सेवा -

 गूगल प्ले स्टोर पर जाकर ई-संजीवनी एप इंस्टॉल करें या गूगल क्रोम ब्राउजर पर डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू  डॉट ई संजीवनी ओपीडी डॉट इन (www.esanjeevaniopd.in) पर जाएं। एप या वेबसाइट पर जाकर पेशेंट रजिस्ट्रेशन बटन पर क्लिक करें ,अपना राज्य चुनें ,जनरल ओपीडी के अंतर्गत कोविड ओपीडी का चयन करें, मोबाइल नंबर डालें और सेंड ओटीपी पर क्लिक करें। छह अंकों का ओटीपी दर्ज कर अपना मोबाइल  नंबर सत्यापित करें। पंजीकरण के बाद जेनरेट टोकन बटन पर क्लिक करके टोकन बनायें । टोकन नम्बर प्राप्त होने की सूचना मिलने पर टोकन नम्बर और मोबाइल नम्बर की सहायता से पेशेंट लॉगिन बटन पर क्लिक करें। अपनी बारी का इंतजार करें और डॉक्टर से सलाह लें। सबसे अंत में ई प्रिस्क्रिप्शन पर्चे को डाउनलोड करें। अब आसानी से चिकित्सक द्वारा बताए गए निर्देश के अनुसार उपचार करें।

 यदि किसी को कोविड के लक्षण हैं या कोई होम कोरेंटाइन है और अस्पताल नहीं जाना चाहते हैं, तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। बस फोन उठाएं  और ई-संजीवनी एप के माध्यम से मंडलीय चिकित्सालय  के  विशेषज्ञों से घर बैठे कोविड संबंधित परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। ई संजीवनी एप पर चिकित्सकीय परामर्श लेना बहुत आसान है।

 


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