यू ट्यूब से ली ट्यूशन, मोबाइल अनलॉक करके बदल देता था मोबाइल की पहचान


गाजियाबाद।
आप दिल्ली एनसीआर में रहते हैं और आपका मोबाइल फोन लूटा गया तो आप इस उम्मीद में पुलिस के पास जाएंगे कि वह आपका फोन बरामद कर देगी लेकिन अब ऐसा तकरीबन नामुमकिन लग रहा है। गाजियाबाद पुलिस ने एक ऐसे मोबाइल सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है जो ना सिर्फ लॉक मोबाइल को अनलॉक करता था बल्कि उसका imei नंबर भी बदल देता था। जिससे पुलिस लूटे गए मोबाइल की ना तो लोकेशन निकाल पाती थी ना उसे तलाश कर पाती थी। पुलिस ने इस गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक दर्जन लूटे गए मोबाइल बरामद किए हैं साथ ही अनलॉक करने का सॉफ्टवेयर और imei बदलने का सॉफ्टवेयर भी इन से बरामद हुआ है।

गाजियाबाद पुलिस गिरफ्त में खड़े यह चार युवा वह है जो न सिर्फ पलक झपकते ही कोई भी मोबाइल लूट लिया करते थे बल्कि चंद सेकंड में ही किसी भी लॉक मोबाइल को अनलॉक कर देते थे बल्कि उसका आईएमईआई नंबर भी बदल देते थे। जिससे लूटे गए उस मोबाइल को ट्रैक करना नामुमकिन हो जाता था। इन चारों के नाम समीर, गौरव, निशांत और कृष्ण है। पुलिस जांच में सामने आया है कि यह लोग कम पढ़े लिखे हैं। लेकिन उसके बावजूद यूट्यूब से सिख कर इन्होंने अपना यह धंधा चला रखा था। पुलिस ने इनके कब्जे से लूटे गए एक दर्जन मोबाइल फोन अनलॉक करने वाला सॉफ्टवेयर और आईएमईआई बदलने वाला सॉफ्टवेयर बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक पिछले 2 साल से यह इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।


बाइट रवि प्रकाश सिंह एसीपी नंद ग्राम गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट

गाजियाबाद की सिहानी गेट थाना पुलिस ने इन चारों को गिरफ्तार किया है इस गिरोह का सरगना समीर था। समीर बताता है ही उसने यूट्यूब से यह सारी प्रक्रिया सीखी और उसके बाद इस धंधे में लग गया।

बाईट समीर गैंग लीडर 

इन चारों में सबसे अधिक पढ़ा लिखा समीर है, जो महज दसवीं पास है लेकिन इनका शातिर दिमाग किसी अच्छे काम या पढ़ाई में ना लगते ऐसे कामों में लग गया जो अभी नए सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

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