अजीत डोभाल ने पाक को सुनाई खरी-खरी

चीन को सीमाओं का सम्‍मान करने की दी सलाह
नई दिल्ली (एजेंसी)।
भारत ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर आतंकवाद को दुनिया की शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है। बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने आतंकवाद पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी भी रूप में आतंकवाद और उसे मिलने वाली फंडिंग, दुनिया की शातिं और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है।
शंघाई सहयोग संगठन के सचिवों की 18वीं बैठक में उन्होंने कहा कि आतंकवाद के लिए उठाया गया कोई भी कदम, चाहे उसके पीछे कुछ भी मकसद हो, वह अनुचित है। डोभाल ने सदस्य देशों से मेंबर स्टेस्ट्स की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए परस्पर सम्मान रखने का भी आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि एससीओ में शामिल सदस्य देश, एक दूसरे की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए परस्पर सम्मान रखने की जरूरत है। उन्होंने आगे आह्वान किया कि कोई भी सदस्य देश किसी दूसरे सदस्य देशों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई न करें।
डोभाल ने शंघाई समूह की बैठक में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी के दौरान कहा, "आतंकवाद अपने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में और इसका वित्तपोषण अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है। आतंकवाद का कोई भी कार्य, चाहे उसकी प्रेरणा कुछ भी हो, अनुचित है।"
उन्होंने बैठक के दौरान चाबहार बंदरगाह के मुद्दे को भी उठाया। डोभाल ने यह भी कहा, "भारत अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे के तहत अपने दायित्वों को पूरा करने और आईएनएसटीसी के ढांचे के भीतर बंदरगाह को शामिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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