एकीकृत निक्षय दिवस : लज्जापुरी में लगा चिकित्सा शिविर, करीब चार सौ लोगों ने उठाया  लाभ

-          29 संभावित टीबी रोगियों की बलगम जांच हुई, 24 को एक्स-रे के लिए भेजा

 -   श्री प्रेमचंद लोहिया मेमोरियल ट्रस्ट  और क्षय रोग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में लगा शिविर

 हापुड़, 15 मार्च, 2023 एकीकृत निक्षय दिवस के मौके पर श्री प्रेमचंद मेमोरियल ट्रस्ट और क्षय रोग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को लज्जापुरी में  चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में क्षय रोग के अलावा आयुष्मान भारत योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश सिंह ने बतायाकरीब चार सौ रोगियों ने इस  शिविर का लाभ उठाया। लक्षणों के आधार पर जांच के लिए 29 संभावित टीबी रोगियों के बलगम के नमूने लिए गए और 24 रोगियों को एक्स-रे की सलाह दी गई। इसके अलावा 87 रोगियों की ब्लड शुगर जांच की गई। 

शिविर में मैरिनो कंपनी के महाप्रबंधक (ट्रस्ट संचालन) मानवेंद्र नाथ सान्याल ने बताया - श्री प्रेमचंद मेमोरियल ट्रस्ट जनवरी, 2023 से हर एकीकृत निक्षय दिवस पर क्षय रोग विभाग के साथ मिलकर निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन करता है। शिविर के लिए हर माह नए गांव या मोहल्ले का चयन किया जाता है। जनवरी और फरवरी माह के दौरान आयोजित एकीकृत निक्षय दिवस के मौके पर 400 से अधिक रोगियों ने शिविर का लाभ उठाया था। हर माह की 15 तारीख को ट्रस्ट की ओर से शिविर का आयोजन किया जाता रहेगा ताकि क्षय रोग को लेकर लोगों को जागरूक किया जा सके और अधिक से अधिक क्षय रोगियों को खोजकर उपचार शुरू कराया जा सके। उन्होंने बताया - टीबी मुक्त भारत के लिए भारत सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों को मजबूती देने के लिए ट्रस्ट की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

इस अवसर पर जिला क्षय रोग विभाग से जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी ने एकीकृत निक्षय दिवस और क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया - नियमित रूप से उपचार पूरा करके क्षय रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है। कई रोगी बीच में उपचार बंद कर देते हैं, ऐसा करना गलत है। बीच में दवा छोड़ने से टीबी बिगड़ जाती है और उसके बाद उपचार थोड़ा मुश्किल भी हो जाता है। बीच में दवा छोड़ने की गलती कतई करें।

आयुष्मान भारत योजना के जिला समन्वयक डा. मारूफ चौधरी ने बताया - आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख रुपए तक का उपचार योजना से आबद्ध चिकित्सालयों में उपलब्ध कराया जाता है। कार्यक्रम के दौरान ट्रस्ट के चिकित्सा अधिकारी डा. पीएस अग्रवाल और डा. डीके अग्रवाल ने रोगियों की स्वास्थ्य जांच की। शिविर में ट्रस्ट कर्मचारी अनिल कुमार, यासीन अलीविनोद कुमार और ईश्वर चंद का सहयोग रहा।

 

No comments:

Post a Comment

Popular Posts