संचारी रोगों पर वार  के लिए एक से 30 अप्रैल तक चलेगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान

-          डीएम की अध्यक्षता में आज होगी 12 विभागों की बैठक

-          माह के दूसरे पखवाड़े में चलाया जाएगा दस्तक अभियान 

-          घर-घर खोजे जाएंगे बुखारआईएलआई और टीबी रोगी

 

हापुड़, 21 मार्च, 2023संचारी रोगों की रोकथाम के लिए शासन के निर्देश पर एक से 30 अप्रैल तक जनपद में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। अभियान में 12 विभाग शामिल होंगे। स्वास्थ्य विभाग नोडल विभाग होगा। जिलाधिकारी प्रेरणा शर्मा इस संबंध में बुधवार को संबंधित विभाग के साथ बैठक करेंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी ने बताया - हर वर्ष अप्रैल और जुलाई माह में संचारी रो‌ग नियंत्रण अभियान चलाया जाता है। हालांकि पिछले वर्ष अक्टूबर में भी विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया गया था। अभियान के दौरान संचारी रोगों पर वार करने के लिए साफ-सफाई के साथ ही मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जाता है। 

सीएमओ डा. सुनील त्यागी ने बताया- अप्रैल माह में मौसम में बदलाव के चलते संक्रामक रोग बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल यह मौसम मच्छरों के पनपने के लिए बहुत ही अनुकूल होता है और मच्छरों के काटने से डेंगूचिकनगुनिया और मलेरिया जैसे रोग बढ़ जाते हैं। मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए साफ-सफाई जरूरी है। संचारी रोग नियंत्रण माह के दौरान मलेरिया विभाग और स्थानीय निकाय मिलकर साफ-सफाई और फॉगिंग अभियान चलाते हैं। इस संबंध में शासन से निर्देश प्राप्त हो गए हैं। संचारी रोग नियंत्रण अभियान में 12 विभाग शामिल होंगे। बेहतर समन्वय के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में 22 मार्च को कलेक्ट्रेट में अंतर्विभागीय बैठक के निर्देश प्राप्त हुए हैं।  सीएमओ ने बताया- शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर नगर विकासपंचायती राजबाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभागग्राम्य विकासचिकित्सा शिक्षाकृषिसिचाईबेसिक शिक्षापशुपालनमाध्यमिक शिक्षा विभागदिव्यांग कल्याणसूचना एवं जनसंपर्क विभागवाणिज्य कर एवं मनोरंजन विभागनमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाएंगे। एक से 30 अप्रैल तक संचालित होने वाले अभियान के दूसरे पखवाड़े में 17 से 30 अप्रैल तक दस्तक पखवाड़ा चलेगा। दस्तक पखवाड़े में आशा कार्यकर्ता- एएनएम घर-घर जाकर बुखारआईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस) और सारी (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन) के लक्षण वाले रोगियों को चिन्हित कर उपचार उपलब्ध कराएंगी। 

उन्होंने बताया - दस्तक अभियान में क्षय रोगी और कुपोषित बच्चे भी चिन्हित किए जाएंगे। जिला सर्विलांस अधिकारी (डीएसओ) डा. जेपी त्यागी ने बताया-  जहां मच्छरों का सामान्य से अधिक प्रजनन पाया जाएगावहां मलेरिया विभाग अन्य विभागों के सहयोग से मच्छर नियंत्रण गतिविधियां संचालित करेगा। अभियान के दौरान इंसेफेलाइटिसडेंगूचिकनगुनिया और मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। 

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