राहुल-अडाणी मुद्दे पर संसद 23 मार्च तक स्थगित
नारेबाजी के बीच 25 मिनट ही चली लोकसभासुबह विपक्ष ने फर्स्ट फ्लोर पर किया था प्रदर्शन
नई दिल्ली (एजेंसी)।विपक्ष की नारेबाजी के बाद राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही लगातार 7वें दिन स्थगित कर दी गई। दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे शुरू दोबारा शुरू हुई थी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने कहा, लेकिन बाकी सदस्यों ने राहुल गांधी की माफी की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने 23 मार्च तक के लिए राज्यसभा को स्थगित कर दिया।
इसके पहले जगदीप धनखड़ ने अपने चेम्बर में सदन के कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी। जिसमें बीजेपी, वाईएसआरसीपी और टीडीपी को छोड़कर अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने भाग नहीं लिया।
लोकसभा की कार्यवाही 25 मिनट तक चली, लेकिन विपक्ष की नारेबाजी के बीच इसे भी 23 मार्च सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया। इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी दोपहर 1 बजे अपने चेम्बर में ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी।
सुबह कार्यवाही रुकने बाद विपक्ष ने किया प्रदर्शन
कार्यवाही स्थगित होने के बाद सभी विपक्षी दलों ने संसद की पहली मंजिल पर प्रदर्शन किया। सभी सांसदों के हाथ में बैनर-पोस्टर था। वे अडाणी-हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर संसद की जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। इधर, ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के सांसदों ने कांग्रेस से अलग प्रदर्शन किया। वे अडाणी मुद्दे पर पीएम से चुप्पी तोड़ने की मांग कर रहे थे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को एक बार फिर दोहराया कि लंदन के केंब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए बयान पर राहुल गांधी संसद में माफी नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा, 'हम अडाणी मामले पर जेपीसी से जांच की मांग बार-बार करेंगे जब तक हमें कोई जवाब नहीं मिलता। यह सिर्फ मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए है। हमारे दूतावासों पर हमले हो रहे हैं लेकिन सरकार इन हमलों की निंदा करने के लिए कुछ भी नहीं कह रहे और अब 'देशभक्ति' की बात कर रहे हैं।'
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