बालिकाओं का भविष्य संवारने के लिये कारगर साबित हो रही कन्या सुमंगला योजना
एक साल में 11464 बढ़ी लाभार्थियों की संख्या,छ किस्तों में मिलते हैं 15 हजार रुपयेमेरठ, 20 जनवरी 2023। बालिकाओं का भविष्य संवारने के लिये प्रदेश सरकार की ओर से संचालित कन्या सुमंगला योजना वरदान साबित हो रही है। यह योजना अप्रैल 2019 में शुरू हुई थी। इसमें लाभार्थियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है, वर्ष 2021-22 में जहां 6836 बालिकाएं इस योजना का लाभ उठा रही थीं, वहीं 2022-23 में लाभ लेने वाली बालिकाओं की संख्या 18300 हो गयी है।
जिला प्रोबेशन अधिकारी अजीत कुमार ने बताया- एक अप्रैल 2019 को प्रदेश सरकार ने यह योजना आरंभ की थी ताकि गरीबी रेखा के नीचे गुजर-बसर करने वाले परिवारों की बालिकाएं अपना भविष्य पढ़ लिख कर सुरक्षित कर सकें। उन्होंने बताया - वर्ष 2021-22में इस योजना का लाभ 6836 बालिकाएं ले रही थीं। इस वित्तीय वर्ष में अब तक यह आंकड़ा 18300 पर पहुंच गया है। यानि एक वर्ष में 11464 लाभार्थियों की संख्या बढ़ गयी।
बालिकाओं को योजना का लाभ देने के लिये शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में इसका काफी प्रचार व प्रसार किया गया। और योजना की जानकारी लोगों तक पहुंची, इसी का परिणाम है कि लाभार्थियों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
उन्होंने बताया छ श्रेणियों में इस योजना का भुगतान बालिकाओं को किया जाता है। प्रथम भुगतान बालिका का जन्म होने पर। इसमें लाभार्थी के अभिभावकों को दो हजार रुपये दिए जाते हैं। दूसरी किस्त बच्ची का टीकाकरण पूरा होने पर, दो हजार रुपये। बालिका के कक्षा में प्रवेश लेने पर तीसरी किस्त के रूप में दो हजार का भुगतान किया जाता है। चौथी किस्त दो हजार रुपये का भुगतान कक्षा छह में प्रवेश लेने पर होता है, पांचवी किस्त दो हजार रुपये का भुगतान कक्षा नौ में प्रवेश लेने पर । छठी किस्त पांच हजार रुपये का भुगतान कक्षा 12वीं पास करने के बाद दो साल के किसी कोर्स में प्रवेश लेने पर किया जाता है। उन्होंने बताया योजना का मकसद बालिकाओं को उनके पैरो पर खड़ा करना है, जिससे वह पुरुषों के समान आगे बढ़ सकें।
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