शिक्षा से ही बालिकाएं होंगी स्वावलंबीः प्रो. मिथिलेश सिंह


वाराणसी।
आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत श्री अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज के परमानंदपुर परिसर में राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर कालेज की प्राचार्य प्रो. मिथिलेश सिंह ने कहा कि शिक्षा से ही बालिकाएं आत्मनिर्भर व सशक्त बनेंगी, इसलिए उनकी शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
मुख्य वक्ता के रूप में मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष तथा संकायाध्यक्ष, कला, मानविकी एवम सामाजिक विज्ञान संकाय प्रो. ओपी चौधरी ने बताया कि बालिका दिवस पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के प्रथम बार 24 जनवरी,1966 को पद भार ग्रहण करने पर,बाल कल्याण मंत्रालय की ओर से प्रति वर्ष 2008 से मनाया जाने लगा है,जिसका उद्देश्य लिंग आधारित भेदभाव समाप्त करना और बालिकाओं को शिक्षित तथा स्वावलंबी बनाना है।
प्राचीन इतिहास विभागाध्यक्ष तथा परीक्षा नियंत्रक प्रो दुष्यंत सिंह ने कहा कि जब बालिकाएं अपना निर्णय स्वयं लेने लगेंगी,आत्मनिर्भर होंगी तो सुरक्षा और सशक्तिकरण का भाव उनमें स्वतःआ जायेगा।
विमर्श में निरंजना, निधि पटेल, प्रिया, असावरी आदि छात्राओं ने भी अपने विचार और कविताएं प्रस्तुत की।
समाजशास्त्र विभाग की सहायक आचार्यश्रीमती शोभा प्रजापति ने कार्यक्रम का संयोजन एवम  संचालन किया। धन्यवाद ज्ञापन समाजशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर तथा उप नियंत्रक परीक्षा डॉ बृजेश पांडेय ने किया।
इस अवसर पर डॉ. उषा चौधरी, डा. मंजरी श्रीवास्तव सहित काफी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।
महाविद्यालय के बुलानाला परिसर में भी समाजशास्त्र विभाग की अध्यक्ष प्रो आभा सक्सेना के संयोजन में राष्ट्रीय बालिका दिवस का सफल आयोजन किया गया, जिसमें डा बंदनी, श्रीमती दुर्गा गौतम, डा श्वेता सिंह, डा. विनीता पांडेय, डा. चंदारानी सहित अन्य शिक्षक और छात्राएं उपस्थित रहीं। संचालन डॉ. श्रृंखला सिंह एवम धन्यवाद ज्ञापन डा. मीना अग्रवाल ने किया।

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