टीबी जांच के मामले में गाजियाबाद अव्वल : सीएमओ

- लक्ष्य 1506 के सापेक्ष प्रति लाख 1594 हुई जांच

- 1490 प्रति लाख के आंकड़े के साथ सहारनपुर उत्तर प्रदेश में दूसरे नंबर पर

गाजियाबाद, 26 जनवरी, 2023। टीबी की जांच के मामले में गाजियाबाद जनपद अव्वल है। एनुअल प्रीजेंपटिव टीबी एग्जामिनेशन रेट (पीटीईआर) - 2022 के मुताबिक जनवरी से सितंबर के बीच जिले में प्रति लाख आबादी पर सबसे ज्यादा 1594 लोगों की टीबी जांच हुई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया- प्रति लाख आबादी पर 1506 लोगों की जांच करने का लक्ष्य था। सीएमओ का कहना है कि गाजियाबाद जनपद की पीटीईआर पूरे उत्तर प्रदेश में पहले नंबर है। सूबे में दूसरे नंबर प्रति लाख आबादी पर 1490 लोगों की जांच कर सहारनपुर जनपद दूसरे नंबर पर है। तीसरा नंबर बागपत, चौथा नंबर लखनऊ और पांचवां नंबर वाराणसी जनपद का रहा।



सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने बताया- प्रधानमंत्री के 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए गाजियाबाद जनपद को टीबी मुक्त करना है। इसके लिए टीबी स्क्रीनिंग व जांच और बढ़ाए जाने के प्रयास निरंतर जारी हैं। उन्होंने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जनपद वासियों को शुभकामनाएं देते हुए टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य हासिल करने में सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा- “आप यदि किसी एक व्यक्ति में टीबी के लक्षण देखते हैं और उसे जांच के लिए प्रेरित कर टीबी की जल्दी पहचान करने में विभाग की मदद करते हैं तो यह टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य हासिल करने में बड़ा सहयोग होगा। हर सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर टीबी जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध है।”



जिला क्षय रोग अधिकारी डा. डीएम सक्सेना ने बताया - टीबी की जांच के बाद यदि रोग की पुष्टि होती है तो 24 घंटे के अंदर उपचार शुरू कर दिया जाता है। नियमित रूप से दवा खाने पर टीबी का रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है। उपचार के दौरान हर क्षय रोगी के बैंक खाते में प्रति माह पांच सौ रुपए की राशि निक्षय पोषण योजना के तहत भेजी जाती है ताकि पोषण युक्त भोजन लेने में रोगी की मदद हो सके। टीबी से लड़ाई में पोषण का बड़ा अहम रोल है, खासकर उच्च प्रोटीन युक्त पोषण का।

गणतंत्र दिवस पर फरीदनगर, कल्छीना और त्यौड़ी में लगेंगे शिविर

सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने बताया गणतंत्र दिवस के मौके पर बृहस्पतिवार को भोजपुर ब्लॉक के फरीदनगर, कल्छीना और त्यौड़ी गांव में जांच शिविर आयोजित किए जाएंगे। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ), आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और क्षय रोग विभाग के कर्मचारी मिलकर शिविर आयोजित करेंगे। वरिष्ठ प्रयोगशाला पर्यवेक्षक संजय यादव ने बताया - तीनों गांवों में सक्रिय क्षय रोगियों के परिजनों और करी‌बियों की टीबी जांच की जाएगी। जांच के लिए स्पुटम (बलगम) का नमूना लिया जाएगा। फरीदनगर और कल्छीना में 26- 26 सक्रिय रोगी हैं जबकि त्यौड़ी में कुल 15 सक्रिय क्षय रोगी हैं। इन सभी के परिजनों की जांच की जाएगी।

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