चौ. चरण सिंह विवि मेरठ के बृहस्पति भवन में कृषि विभाग द्वारा किया गया प्रदर्शनी, तिलहन मेला एवं गोष्ठी का आयोजन


मेरठ  ।    उत्तर प्रदेश दिवस के अंतर्गत जनपद स्तरीय प्रदर्शनी, तिलहन मेला एवं गोष्ठी (मिलेट्स, प्राकृतिक खेती एवं एग्री स्टार्टअप) का आयोजन चौ0 चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के बृहस्पति भवन में किया गया। गोष्ठी का विधिवत शुभारम्भ दीप प्रज्वलित कर श्री ओजस्वी राज, उप जिलाधिकारी मेरठ एवं सुश्री जागृति अवस्थी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मेरठ द्वारा किया गया।

उप जिलाधिकारी मेरठ, श्री ओजस्वी राज द्वारा अपने संबोधन में अवगत कराया गया कि ग्लूटोन फ्री उत्पादों का सबसे सुलभ साधन मिलेटस हैं, युवा पीढ़ियों को कृषि  एवं मिलेटस की बुवाई करने हेतु आकर्षित करना है, गिरते भूजल स्तर के नियंत्रण हेतु धान के स्थान पर कम पानी चाहने वाली फसलों की बुवाई करने का सुझाव भी कृषको दिया गया।


   चमन सिंह उप सम्भागीय कृषि  प्रसार अधिकारी मेरठ द्वारा प्राकृतिक खेती के लाभ, बीजामृत, जीवामृत, घनजीवामृत, ब्रह्मास्त्र आदि तैयार करने की विधि के बारे में जानकारी दी गयी। गन्ना समिति महीउद्दीनपुर के सचिव डा0 प्रदीप कुमार वर्मा द्वारा गौ आधारित प्राकृतिक खेती का महत्व एवं कन्सेप्ट के विषय में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गयी। रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों के असन्तुलित प्रयोग से होने वाली हानियों के बारे में भी जानकारी दी गयी।



      कृषि विज्ञान केन्द्र हस्तिनापुर के प्रभारी डा. ओमवीर सिंह द्वारा देश की वर्तमान परिस्थिति एवं मांग के अनुरूप सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिये जाने विषय में अवगत कराया गया। गेहॅू में खरपतवार के नियंत्रण के विषय में भी जानकारी दी गयी।


      डा0 रितेश शर्मा प्रधान वैज्ञानिक एपिडा द्वारा अवगत कराया गया कि वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाया जाना है। मनुष्य के उत्तम स्वास्थ्य के लिये मिलेटस का सेवन किया जाना लाभकारी है। उनके द्वारा ज्वार, बाजरा, मण्डुवा, रागी, कंगनी, संवा, कोंदो आदि मिलेटस की बुवाई करने का सुझाव कृषकों को दिया गया। एपीडा के हेल्पलाइन न0 8630641798 पर अपनी समस्याओं के समाधान किये जाने की जानकारी दी गयी।

      श्री ब्रजेश चन्द्रा, उप कृषि निदेशक मेरठ द्वारा मिलेटस एवं तिलहन की फसलों का आच्छादन बढाने का अनुरोध कृषकों से किया गया। रबी में तिलहन की मुख्य फसल सरसों के उत्पादकता में वृद्धि हेतु समय से बुवाई, विरलीकरण एवं सल्फर का प्रयोग करने का आवाहन किया गया। कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं उनमें देय अनुदान के विषय में जानकारी भी दी गयी।

इस अवसर पर उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी चमन सिंह, उप कृषि निदेशक ब्रजेश चन्द्र सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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