प्रत्येक विकास खंड में 150 पशुओं की क्षमता की बनेगी गौशाला

 सीडीओ ने समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश
 मेरठ।  जनपद में सरगना व रोहटा में सांड के हमले में दो लोगों की मौत के बाद  प्रशासन ने कदम उठाने आरंभ कर दिए है। इसी परिप्रेक्ष्य में बुधवार को मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में  गोवंश संरक्षण के संबंधित बैठक का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया। बैठक में समस्त पशु चिकित्सा अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायत उपस्थित रहें।
               समीक्षा करते हुए मुख्य विकास अधिकारी द्वारा प्रत्येक विकास खण्ड में एक.एक नई गोशाला का निर्माण जिसकी क्षमता 150 से कम न हो, को कराने तथा पुराने गोशालाओं की क्षमता बढ़ाने हेतु समस्त खण्ड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया। प्रतिदिन सूचना फोटोग्राफ सहित मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही समस्त उपजिलाधिकारियों को अपनी तहसील के प्रत्येक ब्लॉक में जमीन का चिन्हिांकन शीघ्र अतिशीघ्र कर खण्ड विकास अधिकारी को गोशाला निर्माण हेतु निर्देशित किया गया। गोवश को पकड़ कर ले जाने हेतु जनपद में कैटिल कैचर नगर पंचायत मवाना, सरधना एवं किठोर एवं नगर निगम के पास कुल 8 कैटिल कैचर उपलब्ध है जिसको 25 रूपये प्रति किलो मीटर की दर पर सम्बन्धित नगर पंचायत को भुगतान करते हुए उपयोग किया जा सकता है जिस पर बैठक में उपस्थित नगर निगम,नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारियों द्वारा सहमति प्रकट की गयी। समस्त पशुचिकित्साधिकारियों को गोशालाओं का भ्रमण नियमित रूप से करने एवं नर गोवंश को पकडवाने में बेहोस इत्यादि करने हेतु सहयोग करने हेतु निर्देशित किया। समस्त पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन पकडे जा रहे गोवंशों के फोटो सहित विवरण प्रतिदिन मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध करायेगे, एवं अपने कार्यों के प्रति सजग रहेगे। यदि इस कार्य में लापरवाही बरती जायेगी तो दोषी अधिकारी कर्मचारी के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जायेगी। पशु चिकित्साधिकारी रोहटा द्वारा 20 गोवंश वृहद गो संरक्षण केन्द्र उकसिया एवं पशु चिकित्साधिकारी, नंगली ईशा द्वारा 22 गोवंश अस्थायी गो आश्रय स्थल मवाना में विगत 2 दिनों में  संरक्षित कराये गये।

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