दर्शन, दृष्टि एवं विचारों को शिक्षा में आत्मसात करने से भारत बनेगा विश्व गुरु - प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद


मेरठ।
 स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों से संवाद करने पहुंचे उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी का कुलपति कार्यालय में गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी ने कुलपति कार्यालय में शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के साथ दीप प्रज्वलित किया। सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डा.जी.के.थपलियाल ने पौधा भेंट कर प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी का सुभारती परिवार की ओर से स्वागत किया।

कुलपति सभागार में आयोजित विद्यार्थियों से संवाद गोष्ठी में उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी सुभारती विश्वविद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता देख प्रभावित हुए। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज एवं रिसर्च लैब का भ्रमण किया।

सुभारती विश्वविद्यालय के कुलसचिव डी.के.सक्सैना ने प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी का अभिनंदन किया। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय के शिक्षा, सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता के मंत्र से प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी को रूबरू कराया। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय के सभी कॉलेज एवं विभाग के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे सभी कार्यो से विस्तार पूर्वक अवगत कराया।

सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डा.जी.के.थपलियाल ने उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय गुरुकुल परम्परा के अनुसार शिक्षा का प्रचार प्रसार कर रहा है। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को कौशल विकास में निपूर्ण बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय में प्रत्येक कॉलेज एवं विभाग सहित मार्ग के नाम विभिन्न महापुरुषों के नाम पर स्थापित है। इसके साथ ही प्रत्येक माह किसी न किसी महापुरूष की जयंती एवं पुण्यतिथि को सुभारती दिवस के रूप में मना कर विद्यार्थियों को महापुरुषों के बलिदान से प्रेरणा दिलाई जा रही है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज ने उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी का सुभारती विश्वविद्यालय आगमन पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान कर विद्यार्थियों को योग्य बनाने के साथ उन्हें देश सेवा हेतु प्रेरित कर रहा है। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय भारतीय सभ्यता एवं संस्कारों को संरक्षित करने की दिशा मेंं प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है।

उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षा में संस्कारों का समाहित होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दर्शन, दृष्टि एवं विचारों के साथ शिक्षा ग्रहण करने से भारत विश्व गुरु बनेगा। उन्होंने विद्यार्थियों के सवालों के जवाब देते हुए उनकी जिज्ञासा को शांत किया। उन्होंने कहा कि भारत संस्कारों का देश है और बिना संस्कार के शिक्षा अधूरी है। उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन हेतु उच्च शिक्षा परिषद की ओर से विश्वविद्यालय को सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 सहित शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कुलपति मेजर जनरल डा. जी.के. थपलियाल सहित प्रबंधन को शुभकामनाएं दी।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts