फोटो का एंगल की कहानी बयां कर देता हैः विश्व मोहन नौटियाल

चौधरी चरण सिंह जयंती की पूर्व संध्या पर फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन
- 50 से अधिक  प्रतिभागियों ने लिया भाग, दिखाई प्रतिभा


मेरठ। अच्छे फोटोग्राफ को खींचने के लिए फोटो की समझ विकसित करने के साथ कैमरे की क्वालिटी लेंस अपर्चर और आदि का सामान्य ज्ञान होना आवश्यक है। वर्तमान दौर में पत्रकारिता में विविधता के कारण फोटोग्राफी का महत्व और अधिक बढ़ गया है आउटडोर एवं इनडोर फोटोग्राफी के लिए लाइटिंग की व्यवस्था पर बताते हुए कहा कि फोटोग्राफ खींचते समय यह ध्यान रखना चाहिए की फोटो में शैडो ना हो या चेहरे पर अनावश्यक लाइट का रिफ्लेक्शन ना झलके। यह बात तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह जी जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित फोटोग्राफी प्रतियोगिता के दौराण निर्णायक विश्व मोहन नौटियाल ने कही। वहीं दूसरी निर्णायक सुरेंद्र कुमार ने कहा कि फोटो को खींचते समय लॉग शाट, मीडियम शाट, क्लोज अप, एक्सट्रीम क्लोज अप, हाई एंगल, लो एंगल को ध्यान रखना चाहिए। फोटोग्राफी का अर्थ यह नहीं है कि अपने किसी ऑब्जेक्ट को देखा और कैमरे का बटन दबा दिया। फोटोग्राफी में हमें कैमरा एंगल का महत्व समझना होगा। कैमरा एंगल आपके द्वारा खींची गई फोटो को खराब भी कर सकता है और यदि आपने कैमरा एंगल का प्रयोग बुद्धिमतापूर्ण तरीके से किया है तो आपकी फोटो अच्छी से सर्वोत्तम स्थिति को प्राप्त कर सकती है। इस दौरान चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो0 बीरपाल सिंह ने भी फोटोग्राफी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके अलावा एमबीए विभाग से डाॅ0 पूजा, डाॅ0 प्रिया सिंह, डाॅ0 बायो टेक्नालाजी विभाग से डाॅ0 प्रदीप पंवार, ललित कला विभाग से डाॅ0 पूर्णिमा वशिष्ठ, डाॅ0 शालिनी ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। तिलक  पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक प्रो0 प्रशांत कुमार ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। डाॅ0 मनोज कुमार श्रीवास्तव, अजय मित्तल, लव कुमार, नेहा कक्कड, मितेंद्र कुमार गुप्ता, ज्योति वर्मा, उपेश दीक्षित आदि मौजूद रहे। प्रतियोगिता में 50 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया।

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