रैपिड रेल का तीसरा ट्रेन सेट दुहाई डिपो पहुंचा

गुजरात के सांवली में बन रही है रेल, दिसंबर के पहले हफ्ते में ट्रायल रन
 मेरठ। देश की पहली रीजनल रैपिड रेल का तीसरा ट्रेन सेट गुजरात के सांवली स्थित मेन्युफेक्चरिंग प्लांट से गुरुवार को गाजियाबाद के दुहाई डिपो में पहुंच गया। इसे छह बड़े ट्रेलरों पर लादकर लाया गया, जिसे डिपो में पहुंचने में कई दिन लग गए। अब तक रैपिड रेल के तीन ट्रेन सेट आ चुके हैं। दिसंबर के पहले हफ्ते में साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच ट्रायल रन होना है, जिसके लिए तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच रही हैं।
एनसीईआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स ने बताया, 7 मई 2022 को गुजरात के सांवली स्थित एलस्टॉम कंपनी के प्लांट में आयोजित कार्यक्रम में पहला ट्रेन सेट मिला था। इसके बाद दूसरा और अब तीसरा ट्रेन सेट आ गया है। इसको दुहाई डिपो में असेंबल कर दिया गया है। अब इलेक्ट्रोनिक समेत अन्य ट्रायल होंगे।


मेक इन इंडिया के तहत देश की प्रथम रीजनल रैपिड रेल के लिए 100: ट्रेन सेट सांवली गुजरात स्थित एल्सटॉम के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में बनाए जा रहे हैं। दिल्ली से मेरठ तक 82 किलोमीटर लंबे ट्रैक के लिए ऐसे कुल 40 सेमी हाईस्पीड ट्रेन से डिलीवर होंगे। इसमें 30 ट्रेन सेट रैपिड रेल के लिए और 10 ट्रेन सेट मेरठ में चलने वाली मेट्रो के लिए होंगे।
पहले आई ट्रेनों की टेस्टिंग जारी
वर्तमान में दुहाई डिपो में मौजूद दो ट्रेनों की स्टेटिक टेस्टिंग और डायनामिक टेस्टिंग जारी है। इस टेस्टिंग में सफल होने के बाद ट्रेन की इंटीग्रेटेड टेस्टिंग होती है, जिसमें रोलिंग स्टॉक, सिग्नलिंग और विद्युत सप्लाई की टेस्टिंग होती है। इन सभी की सफल टेस्टिंग के बाद प्री.ऑपरेशन ट्रायल होता है। ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद ट्रेन को यात्रियों के लिए ऑपरेशनल किया जाता है।
दुहाई डिपो में ट्रेनों के लिए रूफ शेड का कार्य पूर्ण हो चुका है। इसके साथ ही डिपो के आसपास के इलाकों की सुविधा के लिए डिपो लाइन के नीचे से अंडर पास बनाया गया है। डिपो की फेंसिंग और ओएचई लगाने का कार्य भी अंतिम चरण में है और जल्द पूर्ण हो जाएगा।

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