परिवार नियोजन में महिलाओं के साथ पुरुषों की भी अहम जिम्मेदारी :सीएमएस
.आशा-एएनएम घर-घर जाकर बता रहीं परिवार नियोजन के लाभजिला अस्पताल में सांझा प्रयास ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर चलाया जागरूकता अभियान
मेरठ, 28 नवम्बर 2022 । जनपद में गत 21 नवम्बर 2022 से आरंभ हुए पुरुष नसबंदी पखवाड़ा में परिवार नियोजन कार्यक्रम को लेकर मिथक तोड़ने के लिये जागरूकता अभियान जारी है। सामाजिक संगठन भी विभाग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अभियान को सफल बनाने में जुटे हैं। अभियान में पुरुष ने सहमति भी दिखाई है। सांझा प्रयास ने जिला अस्पताल में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के अंतर्गत सोमवार को जागरूकता अभियान चलाया। अस्पताल में पहुंचे पुरुषों को परिवार नियोजन के लिए नसबंदी कराने के प्रति जागरूक करते हुए उसके फायदे बताए।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. एस के दुबे ने बताया परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से शासन के निर्देश पर जनपद में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। 21 नवंबर से आशा एएनमएम घर-घर जाकर इस बारे में जानकारी दे रही हैं और परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
जिला अस्पताल की परिवार नियोजन परामर्शदात्री सुमन देवी ने अस्पताल में आये पुरुषों को जागरूक करते हुए कहा परिवार नियोजन के साधन अपनाने में जितनी जिम्मेदारी महिलाओं की भी है उतनी ही पुरुषों की भी है। पुरुष के नसबंदी कराने से किसी प्रकार की कोई भी परेशानी नहीं होती है। इस दौरान उन्होंने पुरुषों द्वारा पूछे गए सवालों का उत्तर देकर उनकी भ्रांतियों को दूर किया।
सांझा प्रयास के ट्रेनिंग एंड रिसर्च ऑफिसर ने बताया पुरुष नसबंदी स्थाई परिवार नियोजन का एकदम सुरक्षित और कारगर उपाय है। यह मामूली सी शल्य क्रिया है और महिला नसबंदी के मुकाबले आसान भी है। नसबंदी कराने के बाद पुरुष में किसी प्रकार की कमजोरी नहीं आती। इसलिए पुरुषों को भी परिवार नियोजन में बराबर की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उन्होंने कहा वह भी परिवार नियोजन के लिए अहम हिस्सा है।
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