लखीमपुर में बोलीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

गुजरात माडल अपनाकर दूर करें बच्चों का कुपोषण

लखीमपुर।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय इंटर कालेज के वार्षिकोत्सव व मेधावी छात्र अलंकरण समारोह में शिरकत करने पहुंची राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की। सबसे पहले उन्होंने बच्चों का कुपोषण दूर करने पर फोकस किया। उन्होंने किए जा रहे प्रयासों के अलावा गुजरात माडल का हवाला दिया। कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र को मजबूत बनाना होगा। उन्होंने बताया कि गुजरात में गांव के अंदर प्रधान के दरवाजे पर बर्तन रख दिया जाता है।
राज्यपाल ने कहा, गांव में जिस घर दूध होता है, वह अपनी शक्ति अनुसार उस बर्तन में दूध डाल देता है। जब दूध इकट्ठा हो जाता है तब उसे आंगनबाड़ी केंद्र भिजवाया जाता है और वहां आने वाले बच्चों को वह दूध वितरित किया जाता है। कुपोषण को दूर करना हम सबकी जिम्मेदारी है और इसके लिए गुजरात राज्य के फार्मूले को अपनाया जा सकता है। राज्यपाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में प्रगतिशील किसानों और बीसी सखी से भी संवाद किया। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों और किसानों से अपील की कि उनका जो संगठन बना है, उससे वह अपने उत्पादों का व्यापार भी कर सकते हैं।
राज्यपाल ने बीसी सखियों का टर्नओवर भी जाना और प्रोत्साहित किया। बाल विवाह की कुप्रथा को समाप्त करने के लिए उन्होंने स्कूलों में बाल कमेटी बनाए जाने पर जोर दिया। कहा कि इसे रोकने के लिए बाल कमेटी बनाना बहुत जरूरी है। गांव में बच्चियों को यह पता चल जाता है किस बच्ची की कम उम्र में शादी होने जा रही है। बाल कमेटी अधिकारियों और खुद प्रयत्न कर शादी को रुकवा सकती हैं। उन्होंने बच्चियों की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि बच्चियों को ड्रापआउट न होने दें।
राज्यपाल ने जलजीवन मिशन, क्षय रोगी और टीकाकरण सहित कई बिंदुओं पर अधिकारियों से बात की। राज्यपाल ने कलेक्ट्रेट में प्रधानमंत्री आवास के पांच लाभार्थियों को आवास की चाभी सौंपी तथा क्षय रोग से पीड़ित बच्चों के अभिभावकों को खाद्यान्न किट वितरित किया।

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