कारागार में बंद बंदियों से प्यार से पेश जरूरी : राज्य मंत्री

  प्रदेश के कारागार एवं होमगार्ड राज्य मंत्री ने किया जिला कारागार का निरीक्षण
 निरीक्षण के दौरान जाना जेल में मौजूद कैदियों को हाल
मेरठ। उत्तर प्रदेश के कारागार एवं होमगार्ड राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति शनिवार को  मेरठ पहुंचे । इस दौरान राज्य मंत्री ने मेरठ  चौधरी चरण सिंह जिला कारागार का निरीक्षण किया और वहां मौजूद कैदियों का हाल जाना । इस दौरान मंत्री ने जेल में मौजूद कैदियों की दशा सुधारने के लिए भी दिशा निर्देश दिए । साथ ही जेल में मौजूद कैदियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए भी अनेकों सुझाव दिए ।
   राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि जेलों के निरीक्षण के दौरान बंदियों से मुलाकात होने पर कुछ चीजें सामने आई है जिनमें बंदियों के साथ संवाद किए जाने की बात सामने आई और उसी पर सरकार काम कर रही है जिसके चलते आज उनकी 35वीं जेल निरीक्षण और बंदियों से संवाद का कार्य किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि आज 40 साल से नीचे का 70 से 80 प्रतिशत युवा जेलों में मौजूद है । उन्होंने कहा कि युवा हमारे देश का और प्रदेश का भविष्य है और अगर वही युवा देश का भविष्य ना बन पाए तो यह चिंता की बात होगी । उन्होंने कहा कि युवा अपने घर का भी भविष्य है और जिस घर का भविष्य ही जेल में हो उस परिवार से ज्यादा अगर कोई इस बात को जान सकता है तो वह सिर्फ भगवान ही जान सकता है ।
        


  उन्होंने कहा कि देश की जेलों में आज सबसे अधिक संख्या गरीब परिवार की लोग हैं और जब गरीब परिवार का युवा जेल में होता है तो उस परिवार का भरण पोषण और सम्मानजनक स्थिति वह नहीं रहती जो कि जेल जाने से पहले होती है । उन्होंने कहा कि इसी के चलते यह फैसला किया गया है कि बंदियों के साथ संवाद किया जाए और हर बंदी पेशेवर अपराधी नहीं है । उन्होंने कहा कि जो बंदी पेशेवर अपराधी नहीं है उनके साथ मानवीय व्यवहार होना चाहिए और प्यार से बातचीत करके उन बंदियों के साथ आत्मीय संबंध बनाकर इस बात के लिए प्रेरित करना चाहिए कि वो आगे कोई गलती ना करें । साथ ही बंदियों के साथ संवाद कायम कर उनको उनके परिवार से जोड़ा जाए । साथ ही इस बात का भी एहसास बंदियों को कराया जाता है कि बंदियों के द्वारा बहुत बड़ी चूक हुई है और आने वाले समय में वह को दोबारा ना दोहराएं । उन्होंने कहा कि बंदियों के साथ संवाद होने के बाद यह बात सामने आ रही है कि जेल में निरुद्ध बंदी मुख्यधारा में जुड़ कर आना चाहते हैं ।
            उन्होंने कहा कि कैदियों के उत्थान के लिए सरकारों मौजूद कैदियों को एमएसएमई और कौशल विकास योजना से जोड़ रही है जिससे कि कैदियों को प्रशिक्षित कर अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद की जा सके । साथ ही साथ समाजसेवी संस्थाओं के जरिए इन कैदियों को काम दिलाने का प्रयास भी लगातार किया जा रहा है जिससे की जेल से बाहर निकलने के बाद बंदी अपना और अपने परिवार का अच्छे तरीके से भरण.पोषण कर सके और अपराध की दुनिया से दूर हो जाए । साथ ही साथ जेलों में कम उम्र के युवा भी मौजूद हैं जिनके लिए सरकार पढ़ाई लिखाई की भी व्यवस्था कर रही है और इसी के चलते प्रदेश के 42 जेलों में शिक्षक नियुक्त है जो की जेलों में मौजूद इन बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रहे हैं और जिन जेलों में शिक्षक तैनात नहीं है वहां महिला बंदी रक्षकों के माध्यम से इन युवाओं को शिक्षित किया जा रहा है ।
 उन्होंने कहा कि इस बार भारी संख्या में बंदियों ने हाईस्कूल और इंटर पास किया है जो कि गर्व की बात है और आगे भी यह प्रयास जारी रहेंगे इसके चलते मुझे मौजूद बंदियों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जाएगा । साथ ही साथ उन्होंने कहा कि इस बात की व्यवस्था की जा रही है कि जेलों में जो उत्पाद बनाए जा रहे हैं उनके लिए विशेष रूप से काउंटर लगाकर वह सामान को बेचा जा सके और पूरे प्रदेश की जेलों में इस योजना पर अमल भी किया जा रहा है । वही जेलों में मौजूद भारी संख्या में कैदियों के मुद्दे पर राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और 10 जिले ऐसे हैं जहां जेल नहीं है उन सभी जिलों में जेलों का निर्माण कराने का प्रस्ताव रखा गया है और जल्दी यह भी किया जाएगा ।
                  उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में जेलों की व्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है और इसकी मिसाल यही है कि इस बार भाई दूज के पावन त्यौहार पर करीब 60,000 बहनों ने भाइयों के साथ भाई दूज का त्यौहार मनाया तो वही रक्षाबंधन पर 70448 बहनों ने रक्षाबंधन का त्यौहार मनाते हुए भाइयों को जेलों में राखी बांधी । साथ ही सभी जेलों में शनिवार और मंगलवार को सुंदरकांड का और हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है जिससे कि जेलों मौजूद बंदी भी आध्यात्म से जुड़ कर समाज के साथ कदमताल करते हुए दिखाई दे और अपराध की दुनिया से दूर हो सके । वही आजमगढ़ जेल में कैदियों से बरामद मोबाइल के मुद्दे पर राज्य मंत्री ने कहा कि जहां जितनी जो हुआ था उसके हिसाब से कार्य किए जा रहे हैं ।

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