महंत नरेंद्र गिरी के कमरे से मिला एक करोड़ कैश व जेवरात

 मौत के एक साल बाद सीबीआई ने खोला प्रयागराज में उनका कमरा 

प्रयागराज। साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के जिस कमरे को गुरुवार को सीबीआई की मौजूदगी में खोला गया है उस कमरे से भारी मात्रा में कैश और ज्वैलरी बरामद हुई है। सीबीआई की टीम दोपहर लगभग दो बजे से बंद कमरे से मिले कैश, ज्वेलरी और अन्य सामानों की लिस्ट तैयार कर रही है। मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि की मौत के एक वर्ष पूरे हो गए हैं। उनकी मौत कैसे हुई थी अभी तक इसकी असलियत सामने नहीं आई है। गुरुवार को सीबीआई की टीम श्री मठ बाघम्बरी गद्दी पहुंची और जिस कमरे में महंत की लाश मिली थी उस कमरे की जांच की। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरी के बंद कमरे से मिले कैश और ज्वैलरी करोड़ों की बताई जा रही है।

इस कार्रवाई के दौरान महंत नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी महंत बलवीर गिरी भी मौजूद हैं। सीबीआई बंद कमरे से मिले सामानों को उनके सुपुर्द कर सकती है। अभी इस कार्रवाई में और वक्त लग सकता है लेकिन इस बीच मठ के गेट को बंद कर दिया गया है। बाहर से कोई भी व्यक्ति बिना सीबीआई की इजाजत के अंदर नहीं जा सकता है। मठ के अंदर से भी किसी व्यक्ति को बगैर इजाजत बाहर जाने की अनुमति नहीं है। सीबीआई की यह कार्रवाई अभी कई घंटे और चल सकती है। सीबीआई के जांच अधिकारी एडिशनल एसपी केएस नेगी और सीबीआई इंस्पेक्टर की मौजूदगी में कमरे को खोला गया है। मठ प्रयागराज के एसपी सिटी, सीओ चतुर्थ, एसीएम चतुर्थ समेत कई थानों की फोर्स और मजिस्ट्रेट मठ में मौजूद है।

गौरतलब है कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि 20 सितम्बर 2021 को मठ के गेस्ट हाउस में फंदे पर लटके पाए गए थे। महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के बाद प्रयागराज पुलिस ने मठ के दो कमरों को सील किया था। एक वह कमरा, जिसमें महंत नरेंद्र गिरि का शव संदिग्ध हालत में फंदे से लटकता हुआ पाया गया था और दूसरा वह कमरा जिसमें महंत नरेंद्र गिरि रहते थे। जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरी का शव फंदे से लटकता पाया गया था, वह केस प्रॉपर्टी है। मुकदमे का ट्रायल अभी शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में वह कमरा सिर्फ अदालत के आदेश से ही खोला जा सकता है, लेकिन पहली मंजिल के जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरि रहते थे, उसे गुरुवार को खोला गया है।

बलवीर गिरि ने कमरा खोलने के लिए लगाई थी अर्जी

बाघम्बरी मठ के मौजूदा महंत बलवीर गिरि ने कमरा खुलवाने के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी। उन्होंने कोर्ट से अपील की थी कि मठ में पहली मंजिल के उस कमरे को खोलने की अनुमति दी जाए। जिसमें महंत नरेंद्र गिरि रहते थे। इसके बाद सीबीआई गुरुवार को बाघम्बरी मठ पहुंची। गुरुवार को सुबह 11:30 बजे से शाम तक सीबीआई एक-एक बारीकियों को देख रही थी। प्रत्येक सामान जो भी कमरे में हैं सबकी वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। हालांकि इस सम्बंध में सीबीआई के अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत करने से मना कर दिया है।

जेल में बंद है आनंद गिरि

महंत नरेंद्र गिरि के लाश उनके कमरे में ही एक साल पहले संदिग्ध अवस्था में मिली थी। हाई प्रोफाइल नाम होने के नाते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के लिए सीबीआई की टीम लगाई थी। महंत के शिष्य रहे आनंद गिरि एक साल से जेल में ही हैं। वह कई बार कोर्ट में जमानत के लिए याचिका भी दाखिल कर चुके हैं लेकिन कोर्ट से उन्हें जमानत नहीं मिली।

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