समीक्षा बैठक में उप गन्ना आयुक्त ने अधिकारियों के कसें पेंच

शरदकालीन गन्ना बुवाई हेतु पंचामृत विधि से गन्ना खेती के आदर्श मॉडल का लक्ष्य निर्धारित किया
 परिक्षेत्र-मेरठ में 348 महिला स्वयं सहायता समूहों को गन्ना बुवाई हेतु बड चिप विधि से तैयार करने के  लिए महिला समूहों को प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया
हर हाल में प्राथमिक कैलेण्डर में विसंगतियों को 30 सितम्बर तक सुधारें

मेरठ। आगामी पेराई सत्र 2022-23 की तैयारी हेतु उप गन्ना आयुक्त राजेश मिश्र ने कार्यालय सभागार में समस्त जिला गन्ना अधिकारियों, परिक्षेत्र-मेरठ, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षकों, सचिव गन्ना समितियों व चीनी मिलों के अध्यासी/प्रबंधकों के साथ विभागीय समीक्षा बैठक की। बैठक में उप गन्ना आयुक्त द्वारा परिक्षेत्र-मेरठ के समस्त जिला गन्ना अधिकारियों व समस्त परिषदों/समितियों से प्राथमिक कैलेण्डर जारी होने के उपरान्त आने वाली विसंगतियों को प्रत्येक दशा में 30 सितम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश जारी किये।
उन्होंने बताया कि परिक्षेत्र के किसानों की समस्याओं के दृष्टिगत घोषणा-पत्र, प्राथमिक कलेंडरिंग, अंतिम कलेंडरिंग तैयार करने में हो रही समस्याओं के संदर्भ में सभी ने अपने-अपने सुझाव दिये। जिसे मुख्यालय लखनऊ प्रेषित किया जाएगा। जिससे किसानों को आगामी पेराई-सत्र में किसी प्रकार की समस्याएं न हो।
उप गन्ना आयुक्त, मेरठ ने गन्ना मूल्य व अंशदान के भुगतान के लिए चीनी मिलों को सख्त हिदायत देते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा कि प्रत्येक दशा में चीनी मिलें गन्ना मूल्य भुगतान अपनी कार्य योजना के अनुसार सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि परिक्षेत्र-मेरठ में पंचामृत विधि से आगामी शरद कालीन गन्ना बुवाई वर्ष 2022-23 हेतु जिलेवार लक्ष्य निर्धारित कर लिया गया है। इस क्रम में जनपद मेरठ का 90 हेक्टेयर, बागपत का 45 हेक्टेयर, गाजियाबाद का 15 हेक्टेयर, हापुड़ का 30 हेक्टेयर, बुलन्दशहर का 60 हेक्टेयर तथा अलीगढ़ का 20 हेक्टेयर लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य में ट्रेंच विधि से खेती, सहफसली उत्पादन और ड्रिप सिंचाई का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है, जिसका शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी प्रत्येक जिला गन्ना अधिकारी की होगी।
उन्होंने बताया कि परिक्षेत्र-मेरठ में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के दृष्टिगत 348 गठित महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा आगामी शरदकालीन गन्ना बुवाई हेतु बड चिप विधि से पौध तैयार करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है। इस योजना का ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान होगा।
समीक्षा बैठक में डी.सी.ओ. मेरठ डॉ दुष्यंत कुमार, बुलन्दशहर ब्रजेश कुमार पटेल, गाजियाबाद प्रदीप कुमार, बागपत अनिल कुमार भारती, बीज उत्पादन अधिकारी, मेरठ कुलदीप सिंह के साथ आर.पी.ओ. मेरठ डा. बी.के. गोयल व समस्त ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक, गन्ना समितियों के सचिव व चीनी मिलों के अध्यासी/प्रबन्धक उपस्थित रहें। 

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