घर-घर जाकर गर्भवती और धात्री महिलाओं को चिन्हित कर रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता

 30 सितम्बर तक चलेगा अभियान “एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” 


मुजफ्फरनगर, 3 सिंतबर 2022। मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने व गर्भवती तथा धात्री महिलाओं के पोषण को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला एवं ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य इकाइयों पर एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान की शुरुआत एक सितंबर से हो चुकी है। अभियान के तहत आशा कार्यकर्ताओं के साथ जागरूकता के लिए बैठकें की जा रही हैं। गर्भवती और धात्री महिलाओं को चिन्हित किया जा रहा है।  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया - एक सितंबर से शुरू हुआ यह अभियान 30 सितंबर तक चलेगा।  इस अभियान के दौरान गर्भवती व धात्री महिलाओं को आयरन फॉलिक एसिड,  कैल्शियम और एल्बेंडाजोल की गोलियां प्रदान की जा रही हैं। साथ ही आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर गर्भवती और धात्री महिलाओं को चिन्हित कर रही हैं और उनकी सेहत परख रही हैं।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ. राजीव निगम ने बताया - अभियान में प्रसव पूर्व जांच व समय से गोलियों के सेवन के लिए भी जागरूक किया जा रहा है।  मुख्यमंत्री आरोग्य मेला, ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस (वीएचएनडी) तथा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के माध्यम से भी व्यापक जनजागरूकता लायी जाएगी।

कार्यक्रम की जिला समन्वयक रुची श्रीवास्तव ने बताया - अभियान के तहत आशा कार्यकर्ताओँ के साथ बैठकें की जा रही हैं, जिसमें अभियान के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता जुनैद ने बताया- गर्भावस्था व प्रसव उपरान्त महिलाओं को बेहतर पोषण की आवश्यकता होती है। आयरन फोलिक एसिड व कैल्शियम की गोलियां प्रत्येक गर्भवती व धात्री महिलाओं को दी जाती हैं। फ़ॉलिक एसिड शिशु को जन्मजात होने वाली गंभीर बीमारियों से बचाती है एवं कैल्शियम शिशु की हड्डियों के विकास के लिए बेहद आवश्यक होता है।

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