असम में बुलडोजर से गिराया गया मदरसा

 चल रही थी कई आतंकी गतिविधियां
नई दिल्ली (एजेंसी)। असम के मोरीगांव में प्रशासन ने गुरुवार को एक अवैध मदरसा गिरा दिया। ये मदरसा मुफ्ती मुस्तफा का था। इसका संचालन उसी के हाथों में था। हाल ही में उसे गिरफ्तार किया गया था। मुफ्ती मुस्तफा पर जेहादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लग चुका है।
पुलिस ने कहा कि मोरीगांव में जमातुल मदरसा जिसे हाल ही में मुफ्ती मुस्तफा की गिरफ्तारी के बाद सील कर दिया गया था। उसे आज सुबह बुलडोजर से गिरा दिया गया।
इस मामले पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने कहा कि इस साल मार्च से असम में पांच आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है, जिसमें मोरीगांव मॉड्यूल भी शामिल है। इसमें मुस्तफा सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। सबसे तेज कम्यूनिकेशन टेक्नेलोजी का इस्तेमाल किया था और इसे सबसे खतरनाक माना जा सकता है।
संवाददाताओं से मुख्यमंत्री ने कहा कि मदरसे को आपदा प्रबंधन अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत ध्वस्त कर दिया गया था। इसे स्थानीय पंचायत या जिला प्रशासन से कोई अनुमति नहीं थी और मुस्तफा को अपने पिता की संपत्ति के हिस्से के रूप में मिली जमीन पर बनाया गया था।
इसके अलावा मदरसे का बिजली कनेक्शन अवैध पाया गया और इसलिए उपायुक्त ने सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद विध्वंस का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि मुस्तफा की शिक्षा उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में हुई थी और उन्होंने भोपाल से इस्लामी कानून में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी। सरमा ने कहा कि वह अंसारुल इस्लाम के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय माध्यम था और उसके खाते में नियमित रूप से छोटी राशि जमा की जाती थी ताकि कोई संदेह पैदा न हो।

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