ऑपरेशन करने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले अस्पताल के खिलाफ नर्सिंग होम एसो.आईएमए व न्यूटिमा हॉस्पिटल ने दी तहरीर

 श्री भूषण व कमल हास्पिटल के रजिस्ट्रेशन को सी एमओ ने किया सस्पेंड
 आरोपी चिकित्सक के खिलाफ भी बैठाई जांच


 

मेरठ। केन्द्र सरकार की योजना आयुष्मान का पैसा डकारने के लिये भगवान के रूप में जाने वाले अस्पताल भी फर्जीवाड़ा करने में लग गये है। गोकुलपुर स्थित श्री भूषण हॉस्पिटल में एक मरीज का ऑपरेशन ऐसे नामी गिरामी डॉक्टर के नाम से कर दिया गया। जिसे पता नहीं चला। इतना नहीं सभी ऑपरेशन आयुष्मान योजना का मरीजों के उपचार से मिलने वाले पैसे का डकारने के लिये किया। जब मामला खुला तो पूरे चिकित्सा जगत में हडकंप मच गया है। शुक्रवार को नर्सिंग होम एसो.,आईएमए व न्यूटिमा हॉस्पिटल की ओर से मेडिकल थाने में संबधित अस्पताल के खिलाफ तहरीर देकर कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। सीएमओ डा अखिलेश  मोहन ने दोनो अस्पतालों को लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया है। आरोपी चिकित्सक के खिलाफ भी जांच बैठा दी है।

 दरअसल न्यूटिमा हॉस्पिटल के यूरो सर्जन डॉ. सरत चंद्र ने आरोप लगाया कि उनके नाम पर जिले में कई अस्पतालों में मरीजों के फर्जी ऑपरेशन किए जा रहे हैं, जबकि उन्हें इस बारे में उन्हें कोई जानकारी तक नहीं है। उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत ही सर्जरी की गई।



गढ़ रोड स्थित एक अस्पताल में मुरलीपुर निवासी देवेंद्र नाम के मरीज की सर्जरी हुई। मरीज के तीमारदार शेखर ने बताया कि उनके एक परिचित निशुल्क इलाज करवाने के नाम पर उन्हें गोकुलपुर स्थित श्री भूषण अस्पताल में लाए थे। मरीज को पेट में दर्द की शिकायत थी। यहां जांच के बाद मौजूद चिकित्सक ने उन्हें गदूद का ऑपरेशन करवाने की सलाह दी। इसके बाद मरीज का 17 जुलाई 2022 को ऑपरेशन किया गया। शेखर ने बताया कि 20 जुलाई को उन्हें डिस्चार्ज किया गया। 27 जुलाई को मरीज को दोबारा परेशानी हुई। मरीज को यूरिन की जगह खून आ रहा था, जिसके बाद मरीज को वापस भूषण अस्पताल में ही भर्ती करवाया गया। शेखर ने आरोप लगाया कि इस दौरान न तो चिकित्सक मरीज को देखने आए और न ही उसे इलाज दिया गया। शाम तक मरीज का शरीर ठंडा पड़ने लगा। इसके बाद तीमारदारों ने मरीज को गुरुवार सुबह करीब 5 बजे न्यूटिमा अस्पताल में भर्ती करवाया।
 


डिस्चार्ज स्लिप से हुआ फर्जीवाड़े का भंडाफोड़
न्यूटीमा अस्पताल में पहुंचे मरीज के पास डिस्चार्ज स्लिप थी जिस पर डॉ. सरत का नाम दर्ज था। न्यूटीमा के स्टाफ ने मरीज को डॉ. सरत चंद्र के पास भेज दिया। डॉ. सरत चंद्रा ने मरीज की डिस्चार्ज स्लिप देखी को तो वह हैरान रह गए। उस पर उन्हीं का नाम और उनके नाम के स्पेलिंग वाली मुहर लगी थी। मरीज की सर्जरी भी डॉ. सरत की है। इसके बाद उन्होंने अन्य दस्तावेज भी देखे, जिसमें उनका ही नाम लिखा था। इससे पहले कई चिकित्सकों ने उनके नाम का प्रयोग कर ऐसे ही सर्जरी किए जाने के कई प्रकरण उनके संज्ञान में डाले थे लेकिन इसका कोई पुख्ता सबूत उन्हें नहीं मिल रहा था। गुरुवार को उन्हें मवाना स्थित एक अस्पताल की भी डिस्चार्ज स्लिप मिली। उसमें भी उनके नाम और रजिस्ट्रेशन नंबर की मुहर लगी हुई थी। वहीं न्यूटीमा के डॉ. संदीप गर्ग ने बताया कि दूसरे अस्पताल के पर्चे में डॉ. सरत के एमसीआई में प्रयोग किए गए नाम का प्रयोग किया जा रहा है, जबकि न्यूटिमा में वह अपना नाम डा. सरत चंद्र गर्ग का प्रयोग करते हैं।




डॉक्टर के फर्जी कागजात और मुहर से आयुष्मान में कराया पंजीकरण
डॉ. सरत का नाम सिर्फ ऑपरेशन में ही नहीं इस्तेमाल किया गया, बल्कि उनके फर्जी कागज और मुहर के सहारे उक्त अस्पताल ने आयुष्मान के लिए अपना पंजीकरण करा कर पैनल ले लिया। ये सारे ऑपरेशन भी आयुष्मान योजना के तहत ही किए जा रहे थे।
मेरे नाम का प्रयोग कर आयुष्मान पैनल वाले कई अस्पतालों में सर्जरी की जा रही है। यह सर्जरी कौन कर रहा हैए इसकी जानकारी नहीं है। मेरे गोपनीय दस्तावेजों का प्रयोग कर प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना पोर्टल पर अपलोड कर इन अस्पताल संचालकों ने पैनल ले लिया है। ये पूरी तरह से जालसाजी है। मेडिकल थाने में उक्त अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तहरीर दी गयी है। वही सरत चन्द्र की ओर से भी मेडिकल थाने में तहरीर दी गयी है।
 श्री भूषण हॉस्पिटल कमल अस्पताल रजिस्ट्रेशन रद्द
  श्री भूषण अस्पताल और कमल हॉस्टिल द्वारा नामी गिरामी चिकित्सक के नाम पर किए गए ऑपरेशन के मामले में सीएमओ कार्यालय में कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अखिलेश मोहन ने  दोनों अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया  है। फर्जीवाड़ा करने वाले डा रोहित के खिलाफ जांच बैठा दी है ।
 प्रकरण के बाद मेडिकल पुलिस हरकत में आ गयी। मेडिकल एसओ ने न्यूटिमा हॉस्पिटल पहुंच कर मरीज के बयान दर्ज किए। वही पूरे दिन मीडिया कर्मियों का अस्पताल जमावड़ा लगा रहा। 

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