हमारे क्रांतिकारी ,बलिदानी ही हमारे स्वतंत्रता के आदर्श प्रेरणा स्रोत

 1857 के महानायक मंगल पांडे की जन्म जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन

 मेरठ। हमारे क्रांतिकारी ,बलिदानी ही हमारे स्वतंत्रता के आदर्श प्रेरणा स्रोत हैं। ऐसे ही आदर्श 1857 की महा क्रांति के महानायक मंगल पांडे की आज जन्म जयंती है। उनके देश प्रेम और समर्पण की भावना से हमें प्रेरणा लेकर देश और समाज के हित में अनवरत कार्य करना है। उक्त विचार चौधरी चरण सिंह विवि की साहित्य संस्कृति परिषद के तत्वाधान में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम श्रंखला के अंतर्गत मंगल पांडे की जन्म जयंती के अवसर पर इतिहास विभाग के वीर बंदा सभागार में संपन्न हुई संगोष्ठी में कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में विवि के डीन ऑफ आर्ट्स प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहानी ने व्यक्त किए।
 इससे पूर्व संगोष्ठी का उद्घाटन मां शारदा और मंगल पांडे के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलन के साथ प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहानी, प्रोफेसर विघ्नेश कुमार, प्रोफेसर आराधना,प्रो. ए वी कोर, डॉ कुलदीप त्यागी एडा योगेश कुमार एडॉ रीना ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर आराधना ने कहा कि सरकारी पद पर रहते हुए उसी अंग्रेजी सरकार के विरुद्ध मजबूती के साथ अपने देश के लिए खड़े हो जाना मंगल पांडे के व्यक्तित्व का अद्भुत रूप सामने आता है। प्रोफेसर ए वी कोर ने मंगल पांडे के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। विवि की साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के सदस्य डॉ कुलदीप त्यागी ने मंगल पांडे के बचपन से लेकर उनके बलिदान तक के जीवन यात्रा के विभिन्न प्रसंगों को इंगित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर योगेश कुमार ने किया। इस अवसर पर डॉक्टर अल्पना पोसवाल, दीपक ,हर्षदीप ,विवेक कुमार, योग्यता, काजल, पुष्पेंद्र, मोहित कुमार,विशाल चौधरी,अंकित आदर्श, शिवकुमार, रविशंकर सहित  3 दर्जन से अधिक छात्र.छात्राएं शोधार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ संपन्न हुआ।

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