उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य बिजली महोत्सव का आयोजन
नुक्कड नाटक के माध्यम से बिजली क्षेत्र की उपलब्धियों की दी प्रस्तुतिमेरठ। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत विद्युत विभाग द्वारा बिजली महोत्सव एवं ऊर्जा दिवस के उपलक्ष्य पर उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य पावर/2047 कार्यक्रम का शुभारम्भ विवि के बृहस्पति भवन में विधान परिषद सदस्य डॉ सरोजिनी अग्रवाल के कर कमलों द्वारा किया गया। प्रबन्ध निदेशक अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने मुख्य अतिथि डा. सरोजनी अग्रवाल को पुष्पगुच्छ और पटका पहनाकर स्वागत किया।
बिजली महोत्सव भारत सरकार के मार्ग दर्शन में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि, मेरठ की ओर से उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य बिजली महोत्सव का अयोजन किया गया। महावीर स्कूल की छात्रा प्रेरणा ने सरस्वती वन्दना पर नृत्य कर मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक और घरेलु विद्युतीकरण, एक राष्ट्र एक ग्रिड, अक्षय ऊर्जा आदि महत्वपूर्ण विषयों पर लद्यु फिल्मों के माध्यम से बिजली के क्षेत्र में उपलब्धियों की शानदार प्रस्तुति दी गयी। सौभाग्य योजना, कुसुम योजना, आदि विषयों पर महत्वपूर्ण प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में पिछले 75 वर्षो में राज्य द्वारा ऊर्जा के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हुये आगामी 25 वर्षो के लिये रोड मैप पर भी विस्तृत चर्चा की।
मुख्य अतिथि डा.सरोजनी अग्रवाल ने कहा कि भारत सरकार की पहल उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य बिजली महोत्सव एक पर्व के रूप में मनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि बिजली महोत्सव को विभिन्न जनपदों में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग किसी देश की आधार शिला है। उन्होनें बताया भारत का विद्युत ग्रिड विश्व की इन्टीग्रेटेड ग्रिड प्रणाली के रूप में जाना जाता है। हमें सौर ऊर्जा के विकल्पों को अपनाना चाहिए। कुसुम योजना के तहत सोलर पैनल पर सब्सिडी प्रदान की जाती है जिसमें किसानों को फसलों की सिंचाई करने में खर्चा कम होगा और उनकी आय में वृद्धि होगी।
प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (नवीन) के अन्तर्गत पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. मेरठ में 72 नग नये बिजलीघर, 140 नग बिजलीघरों की क्षमता वृद्धि, 12475 नग नये परिवर्तकों की स्थापना, 13753.63 सर्किट कि.मी., 11 केवी की लाईन एवं 4211.62 सर्किट कि.मी. एलटी. लाईन जिनकी कुल लागत 200489.11 लाख है। सौभाग्य योजना में पविविनिलि के समस्त 14 जनपदों में वर्ष 2017 से वर्ष 2020 तक 556.49 करोड़ का कार्य कराया जा चुका है। सौभाग्य योजना के अन्तर्गत 776694 विद्युत संयोजन निर्गत किये गये । ओवरलोडिंग को समाप्त करने के लिए क्षमता वृद्धि की जाएगी ताकि सभी को 24ग7 बिजली मिल सके।
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