परतापुर हवाई पटटी का सर्वे करने पहुंची तीन सदस्यीय टीम ने शुरू​ किया काम 

 पहले दिन एआरपी (एयरोड्रोम रिफरेंस प्वाइंट) को खोजा

मेरठ। परतापुर स्थित डा.भीमराव आंबेडकर हवाई पट्टी से उड़ान की संभावनाओं को तेज गति देते हुए एयरोनॉटिकल सर्वे (वैमानिकी सर्वेक्षण) शुरू कर दिया गया है। आज भी सर्वे की टीम परतापुर हवाई पटटी पर पहुंची  और सर्वे का काम किया। 

तीन सदस्यीय टीम में एसोसिएट कंसल्टेंट आर.आर शर्मा, सीनियर जीआईएस एनॉलिस्ट योगेंद्र कुमार, मो. आमिर ने हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। आठ जुलाई तक सर्वे खत्म होने के बाद रिपोर्ट भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को सौंपी जाएगी। इसे प्राथमिक सर्वे कहा जा रहा है, जिसमें हवाई पट्टी की भौगोलिक स्थिति तैयार होगी।

सर्वे टीम ने पहले दिन एआरपी (एयरोड्रोम रिफरेंस प्वाइंट) को खोजा। ये प्वाइंट रनवे पर झाड़ियों में खो गया है। टीम ने यहां की साफ-सफाई कराने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को कहा। यहां जीपीएस लगाकर देखा जाएगा कि विमान के उतरने पर ऐसे कितने प्वाइंट हैं, जो परेशानी उत्पन्न कर सकते हैं। इस प्वाइंट से ही विमान की लोकेशन, पोजीशन आदि देखी जाती है। यहां की साफ-सफाई के लिए प्रशासन ने चार श्रमिक टीम को आठ जुलाई तक दे दिए हैं।  

टीम सदस्यों ने बताया कि वर्तमान में हवाई पट्टी के रनवे की लंबाई 1621 मीटर है। इसी आधार पर विमान के उतारने और उड़ाने की संभावनाओं को तलाशा जाएगा। उन्होंने बताया कि सर्वे में हाइटेंशन लाइन, पराग डेयरी, एयरपोर्ट एंक्लेव सहित आसपास दिख रही इमारत, पेड़, सरोवर आदि की भौगोलिक स्थिति को देखा जाएगा। इसके बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी।


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