कॉमन वेल्थ गेम्स में भारत को चौथा मिला 

बिंद्यारानी देवी ने 55 किग्रा में जीता सिल्वर मेडल

नई दिल्ली। भारत की बिंद्यारानी देवी ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में  दूसरे दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता। बिंद्यारानी ने महिलाओं की 55 किलो वर्ग में रिकॉर्ड वजन उठाकर सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया है। चैंपियन मीराबाई चानू ने भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता। संकेत सरगर से रजत और गुरुराजा पुजारी के कांस्य पदक जीतने के कुछ घंटों बाद बिंद्यारानी ने कुल 202 किग्रा स्नैच में 86 किग्रा क्लीन एंड जर्क में 116 किग्रा वजन उठाकर अपने नाम पदक किया।भारतीय भारोत्तोलकों ने राष्ट्रमंडल खेलों में चमकदार प्रदर्शन जारी रखकर शनिवार और रविवार की सुबह को देश को चार पदक दिलाये।

116 किग्रा के अपने प्रभावशाली वजन के साथ बिंद्यारानी ने न केवल अपना पहला कॉमनवेल्थ गेम्स पदक जीता, बल्कि क्लीन एंड जर्क में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ, राष्ट्रीय रिकॉर्ड और राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड भी हासिल किया। नाइजीरिया के आदिजात एडेनिके ओलारिनोय ने 203 किग्रा  के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि इंग्लैंड के फ्रेर मोरो ने 198 किग्रा के साथ कांस्य पदक जीता।

बिंद्यारानी ने अपने पहले प्रयास में 81 किग्रा भारोत्तोलन के साथ अपने अभियान की शुरुआत की और अपने दूसरे और तीसरे प्रयास में 84 किग्रा और 86 किग्रा वजन उठाया। स्नैच सीरीज के अंत में बिंद्यारानी आदिजात और मोरो के बाद तीसरे स्थान पर थी, जिन्होंने क्रमश: 92 किग्रा और 89 किग्रा भार उठाया था।

क्लीन एंड जर्क सीरीज के दौरान बिंद्यारानी कांस्य पदक जीतने की हकदार लग रही थी। वहीं इंग्लैंड की फ्रायर मोरो का रजत पदक पक्का था, लेकिन वह स्वर्ण जीतने की कोशिश में गलती कर बैठी। मोरो ने अपने अंतिम भार में 6 किग्रा अतिरिक्त जोड़ा, जिससे वह लड़खड़ा गई और इसने बिंद्यारानी को अपने पदक के रंग को बदलने का मौका मिल गया। 23 वर्षीय को दूसरे स्थान पर रहने के लिए 116 किग्रा भार उठाने की जरूरत थी और उन्होंने ऐसा करते हुए रजत पदक जीत लिया। 


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