आरबीआई ने सहकारिता को दी गति : शाह
नई दिल्ली (एजेंसी)।केन्द्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने सहकारिता के विकास को गति देने का काम किया है। शाह ने सहकारी बैंकों के माध्यम से ऋण प्रवाह बढ़ाने के लिए आरबीआई द्वारा घोषित महत्वपूर्ण कदमों का स्वागत करते हुए गुरुवार को कहा कि आरबीआई ने सहकारी क्षेत्र के लिए तीन बहुत महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों की घोषणा की है।
सर्वप्रथम, शहरी सहकारी बैंकों के लिए व्यक्तिगत आवास ऋण की सीमा को दोगुना किया गया है। इस निर्णय से अब टियर 01 अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों (यूसीबी) के लिए व्यक्तिगत आवास ऋण की सीमा को 30 लाख रुपये से बढ़ाकर 60 लाख रुपये टियर-2 यूसीबी के लिए 70 लाख से बढ़ाकर 1.40 करोड़ और ग्रामीण सहकारी बैंकों (आरसीबी) की सीमा को 20 लाख व 30 लाख से बढ़ाकर क्रमश 50 लाख व 75 लाख किया गया है।
दूसरे प्रमुख निर्णय में ग्रामीण सहकारी बैंकों (आरसीबी) को रियल स्टेट क्षेत्र को ऋण देने की अनुमति दी गई है। जिससे हमारे ग्रामीण सहकारी बैंकों का दायरा और बढ़ेगा और साथ ही लोगों को किफायती घर देने के संकल्प को भी गति मिलेगी। तीसरे प्रमुख निर्णय में अब शहरी सहकारी बैंकों को अपने ग्राहकों को कमर्शियल बैंकों की तरह ही डोर स्टेप बैंकिंग की सुविधा प्रदान करने की अनुमति दी गई है।
शाह ने कहा कि एक वर्ष से भी कम की अवधि में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहकारिता क्षेत्र के लिए कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। जिनकी जरूरत इस क्षेत्र को लम्बे समय से थी।
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