संजय राउत की धमकी के बाद तेज हुआ सियासी बवाल
सड़कों पर उतरे शिवसैनिकबागी विधायक के दफ्तर में की तोड़फोड़
मुंबई (एजेंसी)।
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच हिंसा का दौर भी शुरू हो गया है। सूचना है कि शिवसैनिकों ने पुणे समेत कई हिस्सों में तोड़फोड़ शुरू कर दी है। वहीं, पार्टी के सांसद संजय राउत ने भी एक बार फिर सख्त लहजे में बागियों को सलाह दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी हाईजैक करने की कोशिश पर स्थिति बिगड़ेगी।
शनिवार को राउत ने कहा, 'अभी शुरुआत भी नहीं हुई है। हमने किसी को कुछ बोला ही नहीं है, लोग अपने आप कुछ करने जा रहे हैं। और बात रही डर की तो डर तो रहना ही चाहिए।' शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने पुणे में पार्टी विधायक तानाजी सावंत के दफ्तर पर हमला बोल दिया। विधायक के कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की गई। साथ ही उनके कारोबार को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है।
पुणे पुलिस के पीआरओ ने कहा कि तानाजी सावंत के कार्यालय में राजनीतिक संकट और तोड़फोड़ के बीच पुणे पुलिस ने अलर्ट जारी किया और सभी पुलिस स्टेशनों को शहर में शिवसेना नेताओं से संबंधित कार्यालयों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा है। वहीं, मुंबई पुलिस ने भी हाई अलर्ट जारी किया है और सभी पुलिस थानों से शहर के सभी राजनीतिक कार्यालयों में सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है।
लोगों का धैर्य कमजोर होता जा रहा: संजय राउत
संजय राउत ने कहा, "महाराष्ट्र के बाहर आप चील हैं। लेकिन लोगों का धैर्य कमजोर होता जा रहा है। अभी शिव सैनिक सड़कों पर नहीं उतरे हैं। ऐसा हुआ तो सड़कों पर आग लग जाएगी।"
उन्होंने कहा, 'शिवसेना के कार्यकर्ताओं का गुस्सा आप देखते हो, यह आज का गुस्सा नहीं है। 56 साल से शिवसेना की जो ताकत और ऊर्जा है, वह गुस्सा ही है। हम लोग जो जीते हैं, मरते हैं, सांस लेते हैं। हर सांस में हमारा गुस्सा होता है, एक चिढ़ होती है।'
तोड़फोड़ की खबरों पर राउत ने कहा, 'लोगों का गुस्सा है। यह गुस्सा रहेगा और गुस्सा रहना भी चाहिए। यह शिवसेना आग है। हम इस आग को कभी बुझने नहीं देते। बाला साहब ठाकरे ने हमसे कहा है कि राख नहीं होनी चाहिए।'
सांसद नवनीत राणा ने की राष्ट्रपति शासन की मांग
अमरावती सांसद नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के सियासी संकट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा मैं अमित शाह से उन विधायकों के परिवारों को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करती हूं, जो उद्धव ठाकरे को छोड़कर बालासाहेब की विचारधारा से जुड़े रहकर अपने निर्णय ले रहे हैं। उद्धव ठाकरे की गुंडागर्दी खत्म हो, मैं राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का अनुरोध करती हूं।


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