भीषण गर्मी छोटे पक्षियों को बचाने के लिए के लिए व मिट्टी के बर्तन पानी भर कर रखा गया
सीसीएस के भौतिक विज्ञान विभाग में पक्षियों की उपयोगिता पर चर्चा का आयोजनमेरठ। पर्यावरण जागरूकता सप्ताह के समापन के अवसर पर नींव संस्था व चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा बुधवार भौतिक विज्ञान विभाग में पारिस्थितिक तंत्र को बचाये रखने में उपयोगी छोटे पक्षियों की क्या उपयोगिता है विषय पर चर्चा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन भौतिक विज्ञान विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय एवं नीव संस्था द्वारा संयुक्त रुप से किया गया है। मुख्य अतिथि प्रो संजीव कुमार , डीन ,राजीव गांधी केंद्रीय विश्विद्यालय अरुणांचल प्रदेश रहे। डॉ. राजकुमार जेनर , एडमिन हेड, ग्रेटर वैली स्कूल ग्रेटर नोएडा कार्यक्रम के सम्मानीय अतिथि रहे। को पानी पीने के लिए मिट्टी के पात्र विश्विद्यालय में अनेको जगह रखे गए । इस अवसर पर सभी छात्र/ छात्राओं ने विभाग में विभिन्न जगहों पर पक्षियों के अनुरूप पानी की लगातार व्यवस्था करने का संकल्प लिया। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर बीरपाल सिंह ने बताया कि घर में गौरैया अपना घोंसला बनाए तो यह अत्यंत शुभ होता है। इससे घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और पर्यावरण संरक्षण की चेतना जागृत होती हैं। डा. उपदेश वर्मा जो नींव संस्था के राष्ट्रीय समन्वयक है उन्होंने बताया कि छोटे पक्षी, सामान्य रूप से, कीड़े और उनके लार्वा को खाते है ।
बीज प्रसार में पक्षियां बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसलिए हम पौधों को जमीन पर विभिन्न स्थानों पर अनायास बढ़ते हुए देखते हैं। पक्षी पौधे के फल या बीज खाते हैं। जब ये बीज जमीन पर पहुंचते हैं, तो वे अनुकूल परिस्थितियों में अंकुरण कर सकते हैं। इस प्रकार पक्षी प्राकृतिक बीज फैलाव और पौधे के प्रचार में मदद करते हैं। प्रो अनिल मालिक, प्रो संजीव शर्मा, प्रो अनुज कुमार, डॉ. उपदेश वर्मा, प्रो बीरपाल सिंह, डॉ योगेन्द्र गौतम, डॉ अनिल यादव, डॉ कविता शर्मा, श्याम सिंह नोएडा, डॉ. संजीव कुमार अर्थशास्त्र विभाग, डॉ सचिन व सभी छात्रों व स्टाफ ने इस अवसर फलदार पेड़ भी लगाए। इस अवसर पर मनोहर ,अनित, मानेंद्र ,वीरेंद्र, सौरभ , विकास, मोहित, अतीश, जसीम, आदेश, शिवम, नितिन , सुनील, आदित्य इत्यादि छात्र छात्राये उपस्थित रहे।
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