सड़क हादसे में घायल हुई महिला के परिजनोंने दिया चिकित्सक को भगवान का दर्जा

 मेरठ । आज के इस दौर में चिकित्सक प्रोफेशनल हो गए हैं। यह देखने में आया है कि अधिकांश अस्पतालों में काउंटर रुपये जमा करने के बाद ही मरीज का उपचार शुरू किया जाता है। समय पर रुपए जमा नही करने के कारण कई बीमार अपनी जान गवा देते हैं । वही इस दौर में बिन पैसा जमा कराएं अस्पताल में इलाज हो जाना एक अजीब सी बात लगती है । लेकिन ऐसा हुआ जिसके बाद घायल महिला के परिजनों ने मेरठ के पल्लवपुरम स्थित फ्यूचर प्लस अस्पताल के चिकित्सको को भगवान के रूप में माना है।

जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के जिला हिंगोली थाना कलम नूरी क्षेत्र के गांव मसोड़ की रहने वाली 65 वर्षीय    पदमीणा प्रभाकर सातव अपने गांव के कुछ लोगों के साथ कुछ दिन पहले चार धाम तीर्थ यात्रा करने के लिए निकली थी । 4 दिन पूर्व ऋषिकेश हरिद्वार से धार्मिक स्थलों की यात्रा करने के बाद महिला अपने साथियों के साथ दिल्ली के लिए जा रही थी । जनपद मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर में सभी यात्री एक ढाबे पर खाना खाने के लिए रुके उसी समय पदमीना प्रभाकर सातव जैसे ही सड़क किनारे आई उसी समय एक बाइक सवार ने उसे जोरदार टक्कर मार दी जिससे पदमीना प्रभाकर गंभीर रूप से घायल हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल महिला को मेरठ के पल्लवपुरम स्थित फ्यूचर प्लस अस्पताल में पहुंचाया। फ्यूचर प्लस अस्पताल के संचालक डॉ जेवी चिकारा ने महिला की हालत गंभीर देखते हुए तुरंत इलाज शुरू कर दिया उन्होंने इसके बारे में नहीं सोचा कि महिला के उपचार के बाद उनको अस्पताल का खर्च कैसे मिलेगा। घायल महिला के होश में आने के बाद डॉ जे वी चिकारा ने उसके परिजनों का पता जाना और फोन पर उन को सूचित किया। जिसके बाद महिला का पुत्र सचिन प्रभाकर सातव जो महाराष्ट्र पुलिस में है, महिला की बेटी प्रियंका मनोहर पावले व उनका दामाद मनोहर पावले जो महाराष्ट्र पुलिस में है। फ्यूचर प्लस अस्पताल पहुंचे उस समय तक महिला ठीक हो चुकी थी। घायल पदमीना प्रभाकर सातव ने अस्पताल के चिकित्सको द्वारा किए गए कार्य की जमकर प्रशंसा की । उन्होंने डॉ जेवी चिकारा,उनके पुत्र डॉ धुव्र चिकारा को भगवान के रूप में माना। उन्होंने बताया कि जब से वह यहां आए हैं तब से ही वह देख रहे है अस्पताल का स्टाफने भी जमकर तारीफ़ की । ऐसा उन्होंने अब से पहले किसी भी अस्पताल में नहीं देखा । घायल महिला की छुट्टी कराने के बाद सभी लोग अस्पताल संचालक डॉक्टर जेवी चिकारा, डॉक्टर ध्रुव चिकारा व अन्य स्टाफ को नमन करते हुए गए । उन्होंने कहा कि यह पल वे कभी नहीं भूल पाएंगे। घायल महिला के पुत्र सचिन प्रभाकर पुत्री प्रियंका मनोहर पावले का कहना था कि चार धाम के साथ अब उनके लिए पांचवा धाम फ्यूचर प्लस अस्पताल है । जहां उनकी माता जी को नया जीवन मिला है ।


No comments:

Post a Comment

Popular Posts