विश्व थायराइड दिवस आज :

 महिलाओं को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत

खराब जीवन शैली और गलत खानपान से बढता है थायराइड का खतरा

लापरवाही से “साइलेंट किलर” का रूप ले लेता थायराइड अंसतुलन  

 

हापुड़, 24 मई, 2022। महिलाओं में हार्मोनल अंसतुलन होने का खतरा ज्यादा रहता हैइसके अलावा महिलाओं का शरीर ज्यादा संवेदनशील भी होता है। इसलिए पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में थायराइड असंतुलन की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) और स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. रेखा शर्मा का। खानपान में जंक फूड की अधिकताअनियमित जीवन शैलीतनाव और हार्मोनल असंतुलन महिलाओं में थायराइड के असंतुलन के बड़े कारण है। जागरूकता और थोड़ी सी सतर्कता से इस दिक्कत से बचा जा सकता है। थायराइड के बारे में लोग जाने और समय रहते सतर्क हो जाएंइसी उद्देश्य से हर वर्ष 25 मई को विश्व थायराइड दिवस मनाया जाता है।

सीएमओ डा. रेखा शर्मा ने बताया हमारे गले में सामने की ओर थायराइड एक ग्रंथि होती हैजो हमारे शरीर में उपापचय (मेटाबॉलिज्म) को नियंत्रित करती है। दरअसल उपापचयजीवनयापन के लिए जरूरी रसायनिक प्रतिक्रियाओं को कहा जाता है। भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करना इनमें मुख्य है। इसके अलावा थायराइड हृदयमांसपेशियोंहड्डियों और कोलेस्ट्रॉल का भी प्रभावित करती है। उन्होंने बताया पेट में सूजनथायराइड असंतुलन का शुरुआती लक्षण हो सकता है। उन्होंने कहा महिलाओं के शरीर में हार्मोनल असंतुलन होने का खतरा ज्यादा रहता हैइसलिए उनमें थायराइड असंतुलन की आशंका भी ज्यादा रहती है। इसे “साइलेंट किलर” भी कहा जाता है। इसके लिए महिलाओं को समय - समय पर प्रशिक्षित चिकित्सक की निगरानी और टीएसएच स्तर की जांच की जरूरत होती है। 

सीएमओ ने कहा- गर्भधारण के लिए योजना बनाने से पहले महिलाओं को थायराइड स्क्रीनिंग अवश्य करानी चाहिएइतना ही नहीं गर्भ की पुष्टि होने के बाद भी यह जांच जरूरी है। थायराइड असंतुलन की समस्या सामान्यतः आयोडीन की संतुलित मात्रा न लेनेदवाओं के अत्याधिक सेवनतनाव और अनियमित जीवनशैली व खानपान के चलते होती है। गर्भ और मोनोपॉज के समय थायराइड असंतुलन का खतरा ज्यादा रहता हैऔर यदि किसी के परिवार में थायराइड की हिस्ट्री रही हो तो उसे विशेष तौर पर सावधान रहने की जरूरत होती है।

थायराइड असंतुलन के लक्षणों की बात करें तो अचानक वजन कम या ज्यादा होना। गर्मी ज्यादा लगनाबार-बार पेट खराब होनाघबराहट और चिड़चिड़ापन,  इसके लक्षण हो सकते हैं। थायराइड अंसतुलन होने पर तला-भुना खाने से परहेज करें। इसके अलावा कॉफी और अधिक चीनी के इस्तेमाल से भी बचें। सलादहरी सब्जियां और मौसमी फलों का सेवन अधिक करें।

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