मेरठ केमिस्ट एंड ड्रग्स एसोसिएशन ने 60 बाल क्षय रोगियों को गोद लिया

- उपचार जारी रहने तक देखरेख और पोषाहार उपलब्ध कराने की ली जिम्मेदारी


मेरठ, 09 मई, 2022 । जिला चिकित्सालय स्थित क्षय रोग विभाग में सोमवार को क्षय रोगियों को गोद लेकर पोषाहार उपलब्ध कराने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान मेरठ केमिस्ट एंड ड्रग्स एसो‌सिएशन ने 60 बाल क्षय रोगियों को गोद लेने की घोषणा के साथ ही पोषाहार उपलब्ध कराया। इतना ही नहीं एसोसिएशन ने इन सभी को उपचार जारी रहने तक पोषाहार उपलब्ध कराने के साथ ही उनकी देखरेख करने का जिम्मा लिया है। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. गुलशन राय ने बताया राज्यपाल के आह्वान पर सामाजिक संगठनों का टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लेने में सहयोग मिल रहा है। 

एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश चंद्र गुप्ता और महामंत्री रजनीश कौशल ने बताया राज्यपाल के आह्वान पर एसोसिएशन पहले से ही 36 बाल क्षय रोगियों को गोद लेकर  उनकी देखभाल कर रही है। उन्होंने बताया टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लेने का मकसद उन्हें भावनात्मक और सामाजिक सहयोग के साथ हीउनकी देखभाल करते हुए सही समय पर दवा तथा पोषाहार उपलब्ध कराना है ताकि टीबी के विरुद्ध लड़ाई में उनका आत्मबल कमजोर न पड़ने पाए और वह टीबी को मात देकर स्वस्थ जीवन जी सकें। उन्होंने कहा एसोसिएशन आगे भी बच्चों को गोद लेकर पोषाहार वितरण करती रहेगी और इस कार्य के लिए अन्य लोगों को भी प्रोत्साहित करती रहेगी। 

एसोसिएशन की ओर से 60 बाल क्षय रोगियों को पोषाहार किट में भुना हुआ चना, दलिया, सोयाबीन, मूंगफली, कॉप्लेन उपलब्ध कराया।  इस मौके पर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की जिला समन्वयक नेहा सक्सेना, टेक्नीशियन अंजू गुप्ता, अजय सक्सेना, मेरठ जिला केमिस्ट एंड ड्रग्स एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज अग्रवाल, ललित गोयल, अंकुर सारण और अभिराज ठाकुर आदि मौजूद रहे। 

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. गुलशन राय ने बताया टीबी कोई लाईलाज बीमारी नहीं है। इसका समय पर उपचार कराने पर रोगी पूर्णतया स्वस्थ हो जाता है। टीबी का उपचार पूरी तरह निशुल्क है। सरकार की ओर से पोषण योजना के तहत हर टीबी रोगी को उपचार जारी रहने तक पांच सौ रुपए प्रतिमाह मिलते हैं। यह राशि रोगी के खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है।

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