सरधना से साजिद कुरैशी की रिपोर्ट------


राष्ट्र की उन्नति युवाओं से - डॉ कपिल आचार्य


सरधना (मेरठ) महर्षि दयानन्द आर्य गुरुकुल झिटकरी-भाभौंरी में चल रहे सात दिवसीय आर्या वीरांगना शिविर के बौद्धिक सत्र में वीरांगनाओं को आर्या वीरांगना दल का उद्देश्य, आवश्यकता एवं आदर्श विषय पर समझाते हुए आचार्य डॉ कपिल मलिक ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की रीढ़ वहां के युवा होते हैं, जिस देश का युवा वर्ग जागृत होता है वह देश दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति करता है। आर्यवीरदल का मुख्य उद्देश युवाओं को संस्कृति रक्षा, शक्ति संचय और सेवा कार्य करते हुए राष्ट्रोत्थान में सहायता करना है। किसी भी राष्ट्र का उत्थान एवं पतन उस राष्ट्र के युवकों पर ही आधारित होता है, जब युवा शक्ति की भृकुटी तन जाती है तब राज्य पलट जाते हैं और शत्रु राष्ट्र  मिट्टी में मिल जाते हैं, जिस राष्ट्र का संचालन युवा पीढ़ी के सशक्त हाथों में होता है वहां अज्ञान, अन्याय, अभाव एवं अलगाव नहीं टिक पाते। आज हमारे देश का युवा वर्ग दिग्भ्रमित हो रहा है, इस वर्ग की सोच देश, धर्म एवं जाति के लिए न होकर खाओ पियो मौज करो कि उक्ति को सार्थक करने में लगी हुई है। जो कि एक स्वस्थता की निशानी नही है। आर्यवीरदल एक ऐसा कारखाना है जिसमें युवकों को चरित्रवान, बलवान, राष्ट्रभक्त, ईश्वरभक्त एवं मातृ-पितृ भक्त बनाया जाता है। इतिहास साक्षी है कि आर्यवीरदल रूपी भट्टी में तपकर अनेक लोग सोना एवं कुंदन बने हैं,  आर्य वीर दल आज भी अपने नाम की सार्थकता सिद्ध कर रहा है, आर्य एक विचारधारा है जो व्यक्ति का विकास करती है उन विचारों से व्यक्ति महान बनता है। अतः हमें अपने बालकों को आर्यवीरदल नामक संगठन से जोड़ना चाहिए। इस शिविर में निरन्तर आचार्य डॉ हरिसिंह जी, ऋतु आर्य और भीष्म जी आर्य अनेक प्रकार का प्रशिक्षण दे रहे हैं, जिसमे नियुद्धम, योगासन, सूर्य नमस्कार, लाठी चलाना, तलवार चलाना तथा रायफल की शूटिंग मुख्य है। आचार्या आदेश शास्त्री जी शिविर की अध्यक्षता कर रही हैं। शिविर में उमंग, साक्षी, अनुपमा,सीमा, स्वाति मनीषा, राजेश्वरी, अदिति आदि अनेक वीरांगनाएं बहुत ही खुश होकर सभी प्रकार का प्रशिक्षण ले रही हैं।


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