अधिकारी पूरी सजगता व गंभीरतापूर्वक कार्य करे- धर्मपाल सिंह

मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास ने की विभागीय मंडलीय समीक्षा बैठक

15 अप्रैल से 05 मई तक चलाया जायेगा भूसा संग्रह अभियान

 मेरठ । सर्किट हाऊस में विभागीय कार्यों की मंडलीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुय मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास धर्मपाल सिंह ने कहा कि अधिकारी पूरी सजगता व गंभीरतापूर्वक कार्य करे।  अच्छा कार्य करने वाले अधिकारी होंगे सम्मानित उनको दिया जायेगा प्रशस्ति पत्र तथा खराब कार्य करने वालो को दंडित किया जायेगा। उन्होने बताया कि प्रदेश में 15 अप्रैल से 05 मई तक भूसा संग्रह करने का अभियान चलाया जायेगा।

मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री शनिवार  को  मंडल की जनपदवार समीक्षा करते हुये अधिकारियों से ओपीडी संचालित होती है कि नहीं इसकी जानकारी ली, ब्लॉको में डाक्टरो की स्थिति जानी तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। कहा कि किसानों को गायो के साथ एक-एक मुर्रा भैंस भी दी जाये जिससे उनका पूरा परिवार पल जायेगा और किसान संपन्न भी होंगे। उन्होने बैठक में अस्पतालों की स्थिति जानकर यह पता चला कि आप कहां खडे है।



कहा कि ग्रामों में गौ अभ्यारण्य बनाये जाये इस ओर भी सरकार प्रयासरत है।  अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह इसके लिए  विधायकगणों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें ताकि वह स्वयं भी भूसा दान में सहयोग कर सके।

अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह नियमित रूप से गौआश्रय स्थलो का निरीक्षण करें वहां भूसा प्रबंधन, हरा चारा तथा स्वच्छ पानी की व्यवस्था सहित अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराये।एक गाय पालक को सरकार प्रतिमाह  900रूपये देती है। ऐसे गौ पालको को प्रोत्साहित किया जाये। उन्होने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि आगामी एक वर्ष में सडकों पर, खेतों, शहरों व ग्रामों में बेसहारा गौवंश व निराश्रित पशु न दिखायी दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 100 दिन में विभाग द्वारा अनेको कार्य कराये जायेंगे जिसमें विभागीय अधिकारियो को अनेकों दायित्व दिये जा रहे है जिसमें गौ आश्रय स्थलों का नियमित निरीक्षण, वहां सभी व्यवस्थाएं ठीक हो इसको देखना, भूसा बैंक की स्थापना करना, टीकाकरण मेलों को आयोजन, बीमारियों/संक्रमण रोगंोका रोकना आदि है। उन्होंने कहा कि गाय का दूध, दही, घी, मूत्र, गोबर पंचद्रव्य सभी महत्व की चीजे है

मंडलीय प्रगति बताते हुये अपर निदेशक पशुपालन डॅा. ब्रजवीर सिंह ने बताया कि मंडल में 39827 कुल संरक्षित पशु है। उन्होने बताया कि मंडल में अस्थायी गौशाला 269 है जिसमें 32755 गौवंश संरक्षित है। कान्हा गौ शाला 09 है जिसमें 2124 गौवंश संरक्षित है। कांजी हाउस 08 है जिसमें 170 गौवंश संरक्षित है। गौ संरक्षण केन्द्र 16 है जिसमें 4778 पशु संरक्षित है। कुल 302 आश्रय स्थल है।इस अवसर पर मंडल के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य मंडलीय व जिला स्तरीय, तहसील स्तरीय व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

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